फरीदाबाद। भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए बिजली कर्मचारी क्रमिक अनशन के साथ-साथ उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण भी तत्परता से करेंगे। हरियाणा ज्वाईंट एक्शन कमेटी पॉवर ने २१ मई से ३ जून तक प्रदेश के सभी विधायकों, मन्त्रियों, सांसदों व मुख्य संसदीय सचिवों के आवासों पर प्रदर्शन करते हुए जन प्रतिनिधि होने के नाते कर्मचारियों की आवाज सरकार के समक्ष उठाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कमेटी सभी राजनैतिक दलों के अध्यक्षों को भी ज्ञापन सौंपते हुए बिजली निजीकरण, सरकार द्वारा बिजली कर्मचारियों का किया जा रहा उत्पीडऩ व आंदोलनाकरी बिजली कर्मचारियों से बातचीत न करने की हठधर्मिता पर अपने दल का रुख स्पष्ट करने की मांग करेगी। यह जानकारी लखानी धर्मशाला में सर्कल सचिव अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित सर्कल स्तरीय बैठक को सम्बोधित करते हुए कमेटी के सदस्य व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लाम्बा ने दी। इस बैठक में कमेटी के नेता सतपाल नरवत, सुनील खटाना, शब्बीर अहमद, संतराम लाम्बा व रामचरण पुष्कर आदि नेता उपस्थित थे। साथ ही कमेटी के सदस्य सुभाष लाम्बा ने कहा कि बिजली कर्मचारी 4 जून से 13 जून, 2016 तक जनता के बीच जाएंगे। इस अभियान के तहत उपभोक्ताओं-कर्मचारियों के संयुक्त सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जिनमें भाजपा सरकार द्वारा बिजली निगमों में लागू की जा रही नीतियों के आम जनता व कर्मचारियों पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए जनता से इन नीतियों के खिलाफ होने वाली 29-30 जून की हड़ताल का समर्थन करने की अपील की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में फरीदाबाद जिले में 5 जून, 2016 को सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा सर्कल कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली जोन के मुख्य अभियंता बलवंत सिंह द्वारा मुख्य प्रबंधकों पर कर्मचारियों की झूठी शिकायतें भेजने के लिए लगातार दबाव बनाने का मामला संज्ञान में आया, ताकि वह उसी रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारियों की बर्खास्तगी, निलंबन व तबादला कर सके। बैठक में चीफ इंजीनियर के इस व्यवहार की घोर निंदा का प्रस्ताव पारित करते हुए 27 मई को उनके शकूरबस्ती स्थित कार्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सब-डिविजनों के निजीकरण के मामले में उनकी भूमिका की जांच करने की भी मांग की गई।