फरीदाबाद। पढ़े-लिखे नौजवान युवकों का जिस प्रकार से देश के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष मजाक उड़ा रहे हैं, वह बहुत निंदनीय है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह क्या बोल रहे हैं क्या नहीं। उनको इस बात का अहसास भी नहीं है कि पढ़े-लिखे युवाओं द्वारा पकौड़े बेचने के उनके बयान से उन युवाओं को गहरा आघात लगा है, जो पढ़-लिखकर अपना कैरियर विभिन्न क्षेत्रों में बनाना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी के बडख़ल विधानसभा अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना के नेतृत्व में शहर के सैंकड़ों युवाओं ने एन.एच.2 में पकौड़े बेचकर अपना रोष प्रकट किया। भड़ाना ने कहा कि यह वही बीजेपी सरकार है, जिसने चुनावों में वादा किया था कि एक करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे और आज वह युवाओं को पकौड़े बेचने को बोल रही है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी गाली युवाओं के लिए क्या हो सकती है, जो दिन-रात मेहनत करके डॉक्टर, इंजीनियर, बिजनेसमैन, प्रोफेसर, खिलाड़ी बनना चाहते हैं। देश के प्रधानमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे युवाओं से पकौड़े बिचवाना चाहते हैं। धर्मबीर भड़ाना ने कहा कि भाजपा सरकार बौखलाहट में इस तरह के बयान दे रही है, क्योंकि न तो युवाओं को रोजगार ही दे पा रही है और न ही चुनावी वायदों पर अमल किया गया है। आज भाजपा ने वास्तव में ही देश के पढ़े-लिखे युवाओं की हालत ऐसी कर दी है, जिससे उनको पकौड़े बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। भड़ाना ने कहा कि पकौड़े बेचना कोई गलत काम कतई नहीं है, मगर देश के पढ़े-लिखे युवा पकौड़े बेचे यह बहुत गलत है। जिन युवाओं के हाथ में देश की कमान होनी चाहिए, उनके हाथ पकौड़े तलने वाली छलनी शोभा नहीं देती। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को युवाओं को उत्साहित करना चाहिए न कि ऐसे अशोभनीय बयान देकर हतोत्साहित। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा चलाया गया ‘पकौड़े बेचो’ अभियान भाजपा के लिए सीख है और उन युवाओं की तरफ से करारा तमाचा है, जिनको पकौड़े बेचने के लिए अमित शाह बोल रहे हैं। इस मौके पर उनके साथ संगठन मंत्री जे एस माथुर, रणबीर चंदीला, संजय गुप्ता, बडख़ल विधानसभा प्रभारी सुनील ग्रोवर, विनोद भाटी, हीरालाल सोनी, समीपक चित्रा, हेमंत दूबे, डी एस चावला, कुलदीप चावला, निरंकार जी, बिल्लू भड़ाना, वरुण ग्रोवर, श्रीधर भाटिया, रणधीर भड़ाना, जसवंत प्रधान, केवी, राजकुमार पांचाल, देवेन्द्र भड़ाना, राजूद्दीन, अखिल भड़ाना आदि मौजूद थे।