हार को ईश्वर इच्छा समझकर स्वीकार करना चाहिए : चौ. महेन्द्र प्रताप….
फरीदाबाद। हर जीत के अंदर कोई राज होता है और हर हार के अंदर भी कोई राज होता है। अंधेरे के बाद उजाला अवश्य होता है यह प्रकृति का नियम है। उक्त वक्तव्य पूर्व कैबिनेट मंत्री चौ. महेन्द्र प्रताप सिंह ने रविवार को मैट्रो गार्डन में आयोजित धन्यवाद सभा में व्यक्त किए। उन्होंने विधानसभा चुनावों में अपार प्यार, स्नेह और आशीर्वाद देने के लिए लोगों का दिल की गहराईयों से धन्यवाद व्यक्त किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री ने अपने पिता स्व. श्री नेतराम जी के सिद्धांतों पर चलने की बात करते हुए कहा कि राजनीति पेशा नहीं, कोई स्वार्थ की चीज नहीं, बल्कि यह एक सेवा है। अगर आप सेवा नहीं कर सकते तो जरूरी नहीं राजनीति करना, आप इसे छोड़ भी सकते हैं। मैंने हमेशा जीवन में अपने पिताजी के सिद्धांतों का पालन किया। मेरे आदर्श, मेरे खून में यह चीज रम गई है कि मैं इंसानी प्यार को कभी नहीं भूल सकता। पूर्व मंत्री ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन विधानसभा चुनावों में कुछ कमियां हमारी पार्टी की भी रही, वरना स्थिति बिल्कुल उलट होती। लोग तो परिवर्तन चाहते थे, लेकिन कांग्रेस इसे समझ ही नहीं पाई और फैसला लेने में देरी कर दी। भाजपा के झूठे प्रचार तंत्र ने भी जनता को गुमराह किया कि सरकार उनकी पूर्ण बहुमत से भी अधिक सीटों से बन रही है। इसमें भी कुछ लोग बह गए। लेकिन अब परिवर्तन की लहर चल पड़ी है और सरकार नहीं जागी तो पतन हो जायेगा। उन्होने भाजपा-जजपा गठबन्धन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बेमेल और परस्पर विरोधी यह गठबन्धन सरकार अधिक दिनों तक चलने वाली नहीं है। जनता ने जिस प्रकार से सत्ता में बैठी सरकार के खिलाफ मत दिया है, इससे स्पष्ट होता है कि जनता जागरूक हो चुकी है और परिवर्तन चाहती है।
इस मौके पर बडख़ल विधानसभा से प्रत्याशी रहे चौ. विजय प्रताप ने मतदाताओं एवं समर्थकों का प्यार और ताकत प्रदान के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि चुनावों में उनकी हार अवश्य हुई है, मगर जो सहयोग एवं समर्थन लोगों का मिला है, उससे मेरे हौसले बुलंद हैं। विजय प्रताप ने कार्यकर्ताओं और लोगों का दिल से धन्यवाद किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि वे उनके हर दुख-दर्द में साथ खडे रहेगें। चुनाव में लोगों का बहुत प्यार उन्हें मिला है। मात्र 15 दिनों में लोगों ने एक मंत्री की उस भविष्यवाणी को झूठा साबित कर दिया, जो उन्हे 67 हजार से अधिक मतों से हराने का दावा कर रहे थे। विजय प्रताप ने कहा कि मैंने जनता का दिल जीता है, हार-जीत तो चलती रहती है। पहली बार ऐसा लगा कि लोगों में भाजपा सरकार की कुरीतियों और कुसाशन को लेकर गुस्सा था, जो प्यार व स्नेह के रूप में उन्हे मिला और वे 56 हजार मत ले पायें। विजय प्रताप सिंह ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि यह बदले की सरकार है और पिछले 5 साल में सरकार ने खूब बदले निकाले हैं। सरकारें और भी रही, लेकिन बदले की राजनीति कभी नहीं हुई, जिले में अराजकता कभी नहीं रही। उन्होंने क्षेत्र की जनता को भरोसा दिलाया कि, किसी के भी साथ बदले की भावना से कोई कार्यवाही की गई या गलत किया गया, तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विजय प्रताप ने टाऊनशिप के सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों को राष्ट्र में एक मिशाल बताया। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों को कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया। इस धन्यवाद सभा में ओमप्रकाश गौड, देव सिंह गुंसाई, आफताब खान, महंत कैलाशनाथ, जयपाल चंदीला, सुबोध, गौरव ढींगड़ा, सुरेन्द्र अरोड़ा, पूर्व महापौर सुबेदार सुमन, एस एल शर्मा, अनीशपाल, देविन्द्र डंग, सुखदयाल, प्रताप सिंह चावला, उजागर सिंह, हरीश गुलाटी, बसंत विरमानी, बजरंगीलाल वर्मा, सुभाष निझावन, राजेन्द्र चपराना, डा. सौरव शर्मा, सुभाष ग्रोवर, गुलशन बग्गा, योगेश ढींगड़ा, सोमनाथ ग्रोवर, पार्षद जितेन्द्र भड़ाना, राकेश भड़ाना एडवोकेट, मानकचंद भाटिया, अजय नौनिहाल, भगवाना प्रधान, चौहान प्रधान, भूपेन्द्र नागर, हरीश नौनिहाल, जगतार सिंह डूंगरी, मनोज वधवा, विनोद कौशिक, भारतभूषण आर्य, अजय कपूर प्रधान फ्रंटियर समाज, राजकुमार गौड, प्रवीण भाटी, तेजराम गौड, महिपाल भाटी, विजयपाल सरपंच, राजू आदि मौजूद रहे।