फरीदाबाद। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने केंद्र व राज्य सरकार से आग्रह किया है कि एमएसएमई सैक्टर के लिये शार्ट टर्म फाइनेङ्क्षशयल नीतियां तैयार की जाएं ताकि वर्तमान परिवेश के अनुरूप एमएसएमई सैक्टर्स के समक्ष आ रही स्पर्धा का सामना किया जा सके। एसोसिएशन के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की आम सभा में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लॉकडाउन को समाप्त करने की प्रक्रिया में अभी समय लगेगा और कई सप्ताह इस प्रक्रिया में बीत सकते हैं ऐसे में एमएसएमई सैक्टर्स के लिये प्रभावी आर्थिक नीति जरूरी है। श्री मल्होत्रा ने कहा कि लॉकडाउन के कारण एमएसएमई सैक्टर के समक्ष समस्याएं बढ़ी हैं, निर्यातक ईकाईयों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है, बाजार में मांग नहीं है, आडरर्स कम हो रहे हैं, भुगतान रूका हुआ है, ऐसे में एमएसएमई सैक्टर्स के लिये प्रभावी आर्थिक योजना जरूरी है। एसोसिएशन ने बैंकों व वित्तीय संस्थानों से भी आग्रह किया है कि वे एमएसएमई सैक्टर्स की ड्राईंग पावर को कम न करें, जो रिसीवऐबिल अमाउंट है उसे दो वर्ष की अवधि में लिया जाए, इंश्योरेंस कवर प्रदान किया जाए और आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिये सहयोग दिया जाए। इसके साथ ही वैक्सीनेशन को उद्योगों तक पहुंचाने तथा परस्पर सौहार्द संबंधों के लिये टीम वर्क से कार्य करने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। एसोसिएशन ने ईज ऑफ डुईंग बिजनेस के लिये जिला प्रशासन से कार्य करने, सरकार व विभागों सहित बैंकों से एमएसएमई का पक्ष सुनने, विभागों में मे आई हेल्प यू काउंसलर नोमिनेट करने, वित्तीय समस्याओं से जूझने के लिये सहयोग करने की भी मांग की है। मींटिंग में ब्रह्मकुमारी पूनम वर्मा ने एमएसएमई सैक्टर से कोविड २ की अवधि में धैर्य बनाए रखने का आह्वान किया। मीटिंग में सर्वश्री जे पी मल्होत्रा, एस के बत्तरा, मनप्रीत सिंह, बलदेव आहुजा, विशाल मल्होत्रा, गौरव मल्होत्रा, विजय राघवन, पूनम वर्मा, राधिका कौशिक, सुभाष लूथरा, ललित बूमला, एस के बागडिय़ा, ए पी आहुजा, पवन कोहली, भूपिन्द्र सिंह, संदीप गुप्ता, पवन मल्होत्रा और सोनिया महिला की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।