फरीदाबाद। सूरजकुन्ड स्थित होटल राजहंस में आयोजित भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रशिक्षण शिविर के दौरान सत्र के दूसरे चरण में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला की उपस्थिति में डॉ कुलदीप अग्निहोत्री को ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर विस्तार से चर्चा की। उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति ‘भूमि’ को माता व ‘जन’ को संतान के रुप में देखती है। हम पहले ऐसे राष्ट्र है जिसकी कल्पना मातृ शक्ति के रुप में हुई है। हमारे देश की राष्ट्र चेतना का विस्तार का विवरण हमारे पुराने साहित्यों में, वेदो में, अर्थवेद में, ऋग्वेद में मिलेगा। अर्थवेद के पृथ्वीसूक्त में 63 श्लोको की एक मालिका है। जिसमें इस धरती के साथ हमारा स बन्ध क्या है, का पूर्ण विवरण है। डॉ अग्निहोत्री ने बताया कि बाबा साहेब अ बेडकर ने भी लिखा है कि जिस प्रकार से ऋग्वेद में सात नदियों का विवरण है, वह अपने आप में दर्शाता है कि धरती, जल व सूर्य हमारे लिए क्या महत्व रखते है। क्योंकि दुनिया मे किसी भी देश ने प्राकृतिक संसाधनों को अपना भगवान नहीं माना। यह केवल भारत में ही हो सकता है। सत्र में चाय अन्तराल के बाद वित्त मन्त्री कैप्टन अभिमन्यु ने सरकार की उपलब्धियों से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। जिसमें उन्होंने कहा कि यह जनता द्वारा संचालित सरकार है और जनता को ही समर्पित है। हमारी सरकार ने आते ही पूर्व में रही सरकार के कर्जे उतारने शुरु किये। जो सरकार पर किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे के तौर पर लंबित पड़े थे। अभिमन्यु ने कहा कि हमारी सरकार ने आते ही सूचना तकनीक (आईटी) के माध्यम से अपनी कार्यशैली को पारदर्शी किया। साथ ही साथ जो पूर्व में रही सरकार का लेखा जोखा भी श्वेत पत्र के माध्यम से जनता के सामने लाने का साहस दिखाया। कैप्टन ने कहा कि यह जानकर हैरानी होती कि हरियाणा में गुरुग्राम को आईटी का हब कहा जाता था, उसी हरियाणा में 20 हजार करोड़ का राजस्व अर्जित करने वाला एक्साईज व टैक्ससेशन का एक भी विभाग ऑनलाईन नही था। जिसे हमने आते ही मात्र एक साल में ऑनलाईन कर दिखाया। जिसकी वजह से लगभग 12 हजार सी फार्म जारी कर दिए गये है। और शराब के ठेके भी जो पहले नेताओं द्वारा जारी किये जाते थे, वो ई-टेन्डरिंग के माध्यम से दिए गए। ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में हरियाणा 15वें नंबर पर था, जो हमारी सरकार ने केवल दो वर्षो में आठवें नंबर पर ला खड़ा किया। इसी अवसर पर प्रदेश के शिक्षा मन्त्री प्रो. रामबिलास शर्मा जी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए अपने मजाकिया अन्दाज में कार्यकर्ताओं से हसीं मजाक करते हुए संगठन की ताकत का व्या यान किया। लेकिन अपने मन्त्रालय की उपलब्धियां भी बीच-बीच में बताते रहे। श्री शर्मा ने कहा कि हम हरियाणा में 15 कन्या महाविद्यालय खोलने जा रहे है। और यह भी विश्वास दिलाते है कि हरियाणा में कोई भी विद्यार्थी बिना अध्यापक व कोई भी अध्यापक बिना विद्यार्थी के नहीं होगा। शिक्षा मन्त्री ने शिक्षा के व्यापारिकरण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जनता की मानसिकता सरकारी स्कूलों को लेकर नकारात्मक है। हमारी कोशिश है कि शिक्षा क्षेत्र में सभी सुविधाए देकर इस मानसिकता को बदला जाए।