फरीदाबाद। मुरारी राज कल्याण समिती स्थापना दिवस के अवसर पर समिती के तत्वाधान में भारतीय सर्व कल्याण ट्रस्ट के सयुक्त प्रयास से महाराणा भवन में एक रक्तदान शिवर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में लगभग 22 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। काफी समय से जनसेवा में प्रत्यनशील मुरारी राज कल्याण समिती मुख्य तौर से जीव सेवा सुरक्षा कल्याण से जुडी हुई हैं। इस मौके पर विशेष तौर पर समिती के उससरंक्षक विरेन्द्र गौड के अलावा रैड क्रास सोसयटी के कथूरिया,शिक्षाविद डा.एमपी सिंह और समाज सेवी तनेन्द्र टंडन मौजूद थे। रक्तदान शिविर के संर्दभ में समिती के चैयरपर्सन नीलम खुराना ने बताया कि प्रति वर्ष 28 अप्रैल को समिती द्वारा सदैव से रक्तदान शिविर आयोजित करती आई हैं। इस बार रक्तदान शिविर में भारतीय सर्व कल्याण ट्रस्ट ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम में सहयोग किया। साथ ही समिती की अध्यक्ष डिपंल आरती खुराना ने बताया कि उनकी संस्था काफी समय से जन कल्याण कार्यो से जुडी हुई हैं और समयानुसार समाजिक उत्थान कार्यो के लिए प्रतिबंद्व हैं। उन्होने जानकारी से अवगत करवाते हुए बताया कि वैसे तो उनकी संस्था मुख्य तौर पर जीव सेवा सुरक्षा कल्याण से जुडी हुई है ,जिसमें मुख्य तौर पर उन पशुओंं की मदद की जाती है जिन्हे उनकी जरूरत है। अक्सर लोगों की लापरवाही से बेजुबान पशु समस्याओं में घिर जाते है। इतना ही नही उनका यह भी कहना था कि इस तरह के पशुओं की सहायता के लिए समिती सदैव तत्पर रहती हैं और इसके लिए आने वाले खर्च को उनकी समिती स्वंय वहन करती हैं। अध्यक्ष ने यह भी बताया कि पशु सहायता के साथ-साथ समिती रक्त्दान शिविर तथा स्लम बस्तियों में सेवाओं भी प्रदान करती आई हैं,जिसके अर्तंगत अभी हालफिलहाल में एक निशुल्क सिलाई सैंटर खोलने की योजना भी बनाई गई हैं। समिती के उपसरंक्षक विरेन्द्र गौड का भी इस रक्तदान शिविर में अहम भूमिका रही हैं। उनका मानना हैं कि रक्तदान एक महादान हैं और रक्तदान कर दूसरों की जान आसानी से बचाई जा सकती हैं। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपनी जिंदगी में एक बार तो रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए संस्था की विभिन्न यूनिट के सदस्य अन्य शहर से यहा शिरकत करने आए थे। जिसमें मुख्य तौर पर पानीपत,सफीदों,मुरादाबाद से थे। रक्तदान शिविर के मौके पर भारतीय सर्व कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष कार्तिक राजपूत, वीपी कोमल के अलावा वीके शाष्त्री,सचिन गांधी, विक्रम विष्ठ,निर्वोच पथरा,गगन पालटा आदि मौजूद थे।