एक योगी बाबा ने भी की सिफारिश,करोडों की जमीन के लिए खेला गया यह खेल
दिल्ली/हरियाणा। एक योगी बाबा की करोडों की जमीन के विवाद के निपटारे के लिए उनके मार्फत एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष को करोडों का चंदा देकर शहर के एक करोडपति व्यवसायी विधायक को केबिनट मंत्री बना दिया गया। जाहिर बात हैं कि यहा एक तीर से दो निशाने साध लिए गए। अपनी राजनीतिक महत्यवकाशाओं की पूर्ति के अलावा व्यवसायी अब योगी बाबा के करीबी भी हो गए। मामला यह हैं कि एक योगी बाबा ने शहर में करोडों की जमीन को कौंडियों के भाव से खरीद लिया परन्तु खरीदने के बाद से वह विवाद में जुड गए। अब जब यहा आश्रम बनाकर दवाईया बनाई जायेगी तो उसके लिए पर्यावरण सबंधित किसी भी समस्या के लिए सरर्टीफिकेट की जरूरत अवश्य पडेगी जो उनके करीबी मंत्री ही दे पायेगा। इसलिए इस खेल को बखूबी से अंजाम दिया गया और करोडों के चंदे की बदौलत करोडपति व्यवसायी विधायक को मोहरे की तरह इस्तेमाल कर मंत्री बनवा दिया गया। अगर बात की जाए मौलिक नियम की तो एक साथ किसी भी व्यक्ति को उद्योग और पर्यावरण मंत्रालय नही दिया जाना चाहिए क्योकि उद्योग के बढावे के लिए पर्यावरण से खेला नही जा सकता। प्रदेश के एक निर्दलीय पूर्व गृहराज्य मंत्री के पदचिन्हों पर चलकर यह करोडपति व्यवसायी कुछ समय पूर्व राजनीति में अपनी पकड बना चुके राजनेताओं के काले धन को सफेद किया करता था। हांलाकि उससे भी पूर्व अपने परिवार के साथ इन्होने अखबार वितरण का कार्य भी किया। किस्मत चमकी और जमीन की खरीद-फरोख्त ने इन्हे उन राजनेतओं के करीब कर दिया जो राजनीति में शहनशाह माने जाते रहे हैं। बाद में उनके सम्पर्क में आने के बाद इन्होने पलट कर नही देखा और कुछ समय में ही यह करोडपति बन गए। इनके करोडपति बनने में एक राजनीति परिवार के लगभग 250 करोड रूपयें का वह योगदान भी है जो इन्होने परिवार से जुडे हुए एक इसंंान की मृत्यु के बाद लौटाए ही नही। करोडपति विधायक को केबिनट मंत्री बनाए जाने को लेकर पार्टी के प्रदेश आलाकमान इनके पक्ष में नही थे परन्तु उनके उपर सीधे तौर योगी बाबा की सिफारिश की बदौलत राष्ट्रीय नेतृत्व ने आदेश पारित कर मंत्रीमंडल का विस्तार कर करोडपति विधायक को केबिनट मंत्री बनाए जाने का फरमान जारी कर दिया। इससे पूर्व भी मंत्रीमंडल के विस्तार में जब इनकी सिफारिश की गई तो इन्हे सीपीएस बनाए जाने की बात को करोडपति विधायक ने खारिज कर दिया और मंत्री बनाए जाने की बात समक्ष कर दी। राष्ट्रीय नेतृत्व को करोडों रूपयों का चंदा देकर और योगी बाबा की सिफारिश से केबिनट मंत्री बने यह करोडपति विधायक प्रदेश आलाकमान की कसौटी पर कितना खरे साबित होगे यह तो आगामी भविष्य तय करेगा परन्तु इसमें कोई दो राय नही है कि योगी बाबा की करोडों की जमीन पर बनाए जाने वाले आश्रम पर बनने वाली दवाई के लिए पर्यावरण सबंधित सरर्टीफिकेट आसानी से उपलब्ध हो जायेगा।