फरीदाबाद। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं बडख़ल विधानसभा अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने चुनाव आयोग को भाजपा का एजेंट करार देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने संविधान और नियमों को ताक पर रखकर फैसला दिया है। उन्होंने कहा कि आयोग ने जो फैसला किया है, वह गलत है और भेदभावपूर्ण है। क्योंकि अगर लाभ के पद का दुरुपयोग करने पर आम आदमी पाटी के 20 विधायकों को अयोगय घोषित करार दिया जा सकता है, तो फिर हरियाणा में लाभ का पद प्रयोग करने (मुख्य संसदीय सचिव) 4 विधायकों को भी अयोगय घोषित किया जाना चाहिए। भड़ाना ने कहा कि चुनाव आयोग भेदभावपूर्ण राजनीति कर रहा है। क्योंकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है, इसलिए वहां पर विधायकों पर कार्यवाही की गई है, जबकि हरियाणा में भाजपा की सरकार होने के नाते उसी तरह के हालात में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। चुनाव आयोग अगर निष्पक्ष है, तो हरियाणा में भी मुख्य संसदीय सचिव के पदों का दुरुपयोग करने वाले विधायकों पर भी कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रहा है। धर्मबीर भड़ाना ने कहा दिल्ली के विधायकों को चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखने तक का मौका नहीं दिया, जोकि सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि आज देश में आपातकाल जैसे हालात पैदा हो गए हैं, न कोई कानून व्यवस्था है न कुछ। भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली हुई है।