फरीदाबाद। हरियाणा के श्रम सचिव डा0 महाबीर सिंह ने उद्योग प्रबंधकों से आह्वान किया है कि उत्पादकता के लिये सबसे महत्वपूर्ण घटक श्रमशक्ति का विशेष ध्यान रखे।आज फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन परिसर में उद्योग प्रबंधकों से खचाखच भरे हाल में अपने संबोधन में श्रमसचिव ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि किसी भी औद्योगिक संस्थान के लिये पांच एम में से मैनपावर सबसे महत्वपूर्ण है इसके बिना शेष चार मशीन मैटीरियल मनी और मार्किट सभी बेकार है।श्रम विभाग की व्याख्या करते आपने कहा कि इसका उद्देश्य प्रोडक्टीविटी विद सोशल जस्टिस रहा है। इसका लोगो स्पष्ट करता है कि पीस हारमनी एवं सेफटी अति आवश्यक है।अवेयरनैस एंड इन्ट्रैक्शन फार ईज आफ डुईंग बिजनेस विषय पर आधारित इस कार्यक्रम में बोलते हुए आपने कहा कि ईज आफ डुईंग बिजनेस में हरियाणा २०१५ में देश के १४वें नम्बर पर था, जो आज उत्तरी भारत में पहले और पूरे देश में तीसरे नम्बर पर है। श्रम विभाग की १५ सर्विस ऑन लाईन हैं और हम नहीं चाहते कि आपको व्यक्तिगत रूप से किसी भी काम के लिये श्रम विभाग के किसी कार्यालय में आना पड़े। आपने कहा कि विकास के लिये शक्ति एवं न्यायसंगत व्यवस्था अति आवश्यक है। उत्पादकता बढ़ेगी तो श्रमिकों का विकास भी होगा, यह निश्चित है।डा0 महाबीर ने इस बात पर दु:ख व्यक्त किया कि प्रबंधक अपनी फैक्ट्री पंजीकृत कराने की ओर ध्यान नहीं देते। आज हरियाणा में एक अनुमान के अनुसार ८० हजार उद्योग चल रहे हैं जिसमें मात्र १५५०० ही रजिस्टर्ड है। फरीदाबाद में यह संख्या १८ से २० हजार बताई जाती है जबकि सूचना मात्र ३८६७ की है और फैक्ट्री एक्ट के तहत मात्र ५०० ही रजिस्टर्ड हैं। आपने उद्योग प्रबंधकों से ईज डुईंग बिजनेस के साथ-साथ ईज आफ सोशल लिविंग आफ वर्कर्ज के संबंध में गंभीरता से सोचने के लिये कहा। आपने कहा कि थर्ड पार्टी इन्सपैक्शन, सैल्फ इन्सपैक्शन ईज आफ डुईंग बिजनेस के लिये ही आरंभ की गई है। इतना ही नहीं इन्सपैक्शन की पूर्व सूचना एवं इन्सपैक्शन करने के लिये उच्चाधिकारी की आज्ञा लेना आवश्यक किया गया है। हरियाणा के श्रमायुक्त श्री विजय सिंह दहिया ने अपने संबोधन में उद्योग प्रबंधकों को विश्वास दिलाया कि विभाग प्रोसीक्यूशन में विश्वास नहीं रखता, परंतु जब कोई वायलेशन होता है तो उसका जवाब भी नहीं दिया जाता तो मजबूरन कार्यवाही करनी पड़ती है। आपने कहा कि वायलेशन का नोटिस मिलते ही वायलेशन दूर कर उसका उत्तर ऑनलाईन दें ताकि प्रासीक्यूशन से बचा जा सके। अपने अवार्ड की पालना करने, श्रम कल्याण बोर्ड की योजना का लाभ श्रमिकों को दिलाने, सैल्फ सर्टिफिकेशन एवं थर्ड पार्टी इन्सपैक्शन का लाभ उठाने का अनुरोध करते बताया कि सरकार ने अब उद्योग बंद करने की पूर्व अनुमति लेने के लिये श्रमिकों की संख्या में १०० से बढ़ाकर ३०० तक की छूट दे दी है।इससे पूर्व एसोसिएशन के प्रधान श्री संजीव खेमका ने सभी आगन्तुकों का स्वागत करते कहा कि पिछले तीन वर्ष में श्रम विभाग ने काफी सुधार किये हैं। कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं सहयोग की भावना आई है। प्रोसीक्यूशन की बजाय भूल को सुधारने का अवसर दिया जाता है। किसी को तंग नहीं किया जाता। आपने कहा कि उद्योग प्रबंधक समझते हैं कि उत्पादकता के लिये श्रमिकों का संतुष्ट होना आवश्यक है। अब शोषण का युग समाप्त हो गया है। नई नीतियां एवं नये बदलाव आ रहे हैं जिनके साथ प्रारंभ में तालमेल बैठाना थोड़ा कठिन होता है परंतु श्रम विभाग को सदैव श्रमिक-प्रबंधन में भिन्न-भिन्न पोजीशन बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। एसोसिएशन के आई आर एवं एच आर पैनल के उपाध्यक्ष श्री एस एस स्रोत ने इस अवसर पर समस्याओं की ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। आपने कहा कि सुधारों से हम प्रसन्न हैं। अधिकारी कत्र्तव्यनिष्ठ एवं ईमानदार हैं। श्री स्रोत ने हुड्डा के इंडस्ट्रीयल प्लाटों के सबडिवीजन पर चल रहे उद्योगों को फैक्ट्री लाईसैंस न मिलने, एचईपीसी का सर्वर ठीक ढंग से काम न करने, केंद्र सरकार के फिक्स टर्म नौकरी के आदेश की हरियाणा में मंजूरी देरी व स्टैडिंग आर्डर में बदलाव में देरी वैलफेयर फंड में केवल श्रमिकों का अंशदान लेने, विधवा सहायता राशि ५ लाख करने, न्यूनतम वेतन में बढ़ौतरी ३० दिन के भीतर घोषित करने, बिल्डिंग प्लान की मंजूरी में आने वाली अड़चनों को दूर करने, न्यूनतम वेतन में हाऊस रैंट अलाउंस निश्चित करने, ईएसआई में सुधार करने, पीएफ में आ रही परेशानियों को दूर करने और नीति निर्धारण या कानून बनाने से पहले फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की सलाह लेने का अनुरोध श्रमशक्ति से किया। एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कोहेनूर आफ फरीदाबाद के सी लखानी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते मींटिंग को मीनिंगफुल बताया। आपने कहा कि भ्रष्टाचार रहित पारदर्शी सरकार का नमूना श्रम विभाग के यह उच्चाधिकारी कहे जा सकते हैं।श्री लखानी ने कहा कि फरीदाबाद में श्रमिक प्रबंधन संबंध प्यार भरे एवं सौहार्दपूर्ण हैं। सभी श्रम शक्ति का महत्व जानते हैं। श्री लखानी ने कहा कि ईएसआई व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। अत: श्रमसचिव महोदय को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। औद्योगिक संस्थान एवं श्रमिक इसके लिये धन देते हैं। अत: सभी और समय पर इलाज श्रमिकों का अधिकार है। श्री लखानी ने श्रमसचिव से उद्योग पंजीकरण करने में से छोटे-छोटे एतराज को नजरअंदाज करने का अनुरोध करते कहा कि इससे पंजीकृत उद्योगों की संख्या बढ़ेगी।