फरीदाबाद। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तार देने के लिए वर्ष 2016-17 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के लिए 3,916 करोड़ 94 लाख रुपये का बजट का प्रावधान किया है। जोकि वर्ष 2015-16 के बजट खर्च से 37.1 प्रतिशत अधिक है। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी फरीदाबाद के सेक्टर 88 में अमृता इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसिस एंड रिसर्च सेंटर का शिलान्यास करने के उपरांत कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दी। करीब 100 एकड़ में बनने वाले इस अस्पताल की क्षमता 2000 बेड की रहेगी जोकि उत्तर भारत में सबसे अधिक है। सेक्टर 87-88 की सडक़ व चौक का नामकरण माता अमृतानंदामाई के नाम पर मनोहर लाल ने अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन हरियाणा के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में महत्वपूर्ण होगा। इस दिन से माता अमृतानंदामाई मठ द्वारा शुभ कार्य की शुरुआत हुई है। जिससे आम व जरुरतमंद व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने फरीदाबाद में सेक्टर 87-88 सेक्टर के चौक व दोनों सेक्टरों से मध्य से गुजरने वाली सडक़ का नामकरण भी माता अमृतानंदामाई के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़सा, जिला झज्जर में नेशनल कार्डियो वेस्कुलर इंस्टीच्यूट स्थापित करने की भी हमारी योजना है। बाढ़सा में इससे पहले राष्ट्रीय कैंसर संस्थान स्थापित किया जा रहा है। अमेरिका की एन.सी.आई. की तर्ज पर निर्मित होने वाले 710 बिस्तरों का यह संस्थान 3 वर्ष में तैयार हो जाएगा। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर व्यक्ति को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए संकल्पबद्घ है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र, गैर सरकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग लेकर आगे बढऩा है। प्रदेश को चिकित्सा शिक्षा का हब बनाने के लिए हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य बनाया है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए पंचकूला, भिवानी व जींद में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया जारी है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदी बनाने के लिए पौधें भी वितरित किए।