हरियाणा/चंडीगढ/फरीदाबाद। फरीदाबाद का पूर्व एसडीएम (एचसीएच) रीगन कुमार जांच कर रही कमेटी में दोषी पाया गया है। रिर्पोट में कहा गया है कि आरोपी जबरदस्ती करने का दोषी पाया गया और उसने अपनी सहकर्मी को कमरे में बुलाकर जबरदस्ती की थी। मामला पंचकुला उत्कर्ष सोसायटी में एक महिलाकर्मी के साथ जबरदस्ती का था। जिसमें तत्कालीन एचसीएच अधिकारी रीगन कुमार पर महिला ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसे बहाने से अपने केबिन में बुला कर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी। जिस बात का ब्यौरा उसने अपने परिवार को दे दिया था। मामला सुनकर परिजनों ने कार्यलय आकर एचसीएच रीगन कुमार की धुनाई कर दी थी। बीते माह की 29 तारीख को हुए यह हादसा सोशल मीडिया पर भी बहुत चर्चित रहा । सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही पुलिस हरकत में आई और आरोपी के खिलाफ एसीपी प्राथमिक जांच के बाद आईपीसी की धाराएं 354 ए,354 डी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया। उधर सरकार और विभाग की फजीहत देख उत्कर्स सोयायटी के बडे अधिकारियों ने तुंरत प्रभाव से एचसीएच आरोपी अधिकारी से उसका कार्यभार वापिस ले लिया था। इस मामले को लेकर कमेटी ने रिर्पोट सरकार को सौंपी है जिसमें कहा गया है कि एचसीएच अधिकारी रीगन कुमार पूर्ण रूप से दोषी पाए गए है। वही अपने उपर मुकदमें दर्ज होने की भनक सुनकर आरोपी रीगन कुमार पंचकुला सरकारी अस्पताल में पहुच गए और खुद पर हमले व चोटगस्त की बात कह तीन दिन की मेडिकल आराम पर चले गए। जानकारी हो कि आरोपी रीगन कुमार फरीदाबाद के बडखल क्षेत्र के एसडीएम भी रहे है। परन्तु अपने कार्यकाल में वह शहर में अपरी हरकमों को लकर अच्छे खासे चर्चा का विषय भी बने रहे थे। किसी शिकायत के निपटारों में सरेआम एक व्यक्ति को चांटा मारने का प्रकरण भी चर्चित रहा । तथा यह भी बताया गया था कि उनकी कभी अपने विभाग के कर्मचारियों से नही बना करती थी।