फरीदाबाद। सूर्या ऑर्थाे अस्पताल के डायरेक्टर डा. सुरेश अरोड़ा को आईएमए वर्ष 2016-17 का प्रेसीडेंट चुना गया है। आईएमए के चुनाव पिछले दस वर्षाे से लंबित पड़े थे और 15 दिन से आईएमए की टीम इलैक्शन के बारे में तैयारियों पर लगी हुई थी। होटल डिलाईट में सम्पन्न हुए चुनावों में आईएमए के करीब 600 मेम्बर है, जिनमें से 436 से वोट डाले, इस लिहाज से 80 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रधान पद के लिए सीके मिश्रा एवं डा. सुरेश अरोड़ा आमने-सामने थे, जिसमें डा. सुरेश अरोडा को 280 वोट मिले, जबकि सीके मिश्रा को मात्र 150 वोट ही मिले, जबकि 6 वोट रद्द हो गए। इस प्रकार श्री अरोड़ा को आईएमए का वर्ष 2016-17 का प्रधान चुन लिया गया। डा. सुरेश के साथ नरेश जिंदल राजीव गुम्बर, संजय टुटेजा वाईस प्रेसीडेंट चुने गए। चुनाव कमेटी में डा आरसी अरोडा, डा बीके शर्मा, डा अनिल गोयल, डा भटटाचार्य, डा रस्तोगी आदि ने भी हिस्सा लिया। नवनियुक्त आईएमए के प्रधान डा. सुरेश अरोड़ा ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है, उसे वह पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाते हुए एसो. के सदस्यों के हितों के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में डा. अरोडा ने बताया कि वह सीई एक्ट न लगाने के लिए कडा विरोध करेंगे। इस एक्ट से छोटे नर्सिंग होमों पर बुरा असर पडता है। यह एक कडा कानून है, जिससे छोटै नर्सिंग होम बंद हो सकते है, ऐसे में गरीब और मध्यमवर्गीय लोग जो बडे अस्पतालों में नहीं जा सकते, इन नर्सिंग होमों में इलाज करवाते है, उनके समक्ष परेशानी पैदा हो जाएगी। उन्होंने बताया कि वह पहले भी विरोध कमेटी के प्रेसीडेंट रहे है। इसके अलावा हरियाणा मेडिकेयर एक्ट सेक्शन 3 सुचारु कराने के लिए वह पुलिस कमिश्रर से मिलेंगे। इस एक्ट के दौरान अगर कोई असामाजिक व्यक्ति अस्पताल में तोडफोड करता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा आईएमए एसो. बेटी बचाओ और भू्रण हत्या जैसी कुरीतियों के खिलाफ भी अभियान चलाएगी और लोगों को जागरुक करेगी, अगर कोई एसो. का सदस्य इन कार्याे में संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही न्यू मेम्बरशिप अभियान भी चलाया जाएगा और एसो. द्वारा समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैम्प, हैल्थ चैकअप कैम्प का भी आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि डा. अरोडा पिछले 28 वर्षाे से चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे है। उन्होंने बताया कि एसो. डाक्टरों के लिए सरकार से जगह आवंटित करने की भी मांग रखेगी ताकि डाक्टर एक जगह बैठककर सलाह मशविरा कर सके।