प्रदेश सरकार क्लिनिकल प्रतिष्ठान अधिनियम के विरोध में सौंपा ज्ञापन
फरीदाबाद। हरियाणा सरकार द्वारा क्लिनिकल प्रतिष्ठान अधिनियम के विरोध में आज आईएमए, फरीदाबाद ने पूर्णतय शटडाऊन हड़ताल रखी। इस हड़ताल मेंं सभी कॉरपोरेट अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक, डायग्नॉस्टिक सेंटरों ने भाग लिया, जिसके चलते पूरे शहर में चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से बाधित रही। तयशुदा कार्यंक्रम अनुसार आज सुबह आईएमए फरीदाबाद के प्रधान डा. सुरेश अरोड़ा के नेतृत्व में डाक्टर एकत्रित हुए और बीके चौक पर इक_े हुए। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में डाक्टरों ने एक विरोध मार्च बीके चौक से नीलम चौक तक निकाला गया। इसके उपरांत प्रधान सुरेश अरोड़ा के नेतृत्व में डाक्टरों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री बेलीना राणा को सौंपा। इस शट डाउन हड़ताल में इंडियन डेंटल एसोसिएशन, आयुष एसोसिएशन और लैब तकनीशियन एसोसिएशन ने भी पूर्ण समर्थन दिया। इस मौके पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा लाए जाने वाला क्लिनिकल प्रतिष्ठान अधिनियम पूरी तरह से विरोधी है, जिसे वह कतई लागू नहीं होने देंगे। यदि सरकार अभी भी इस अधिनियम को लागू करना चाहती है, तो इसमें संशोधत करें और आईएमए के साथ मंथन करके इसे लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्रीय अधिनियम लागू किया जाता है, तो रोगियों की उपचार लागत कई बार बढ़ेगी वहीं छोटे नर्सिंग होम को बंद करना होगा। ऐसो में गरीब लोग सस्ती इलाज के लिए कहां जाएंगे्? क्योंकि सरकार अस्पतालों की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लागू होने से यहां निरीक्षक राज और लाइसेंस राज होंगे और पहले से नियोजित पैरामीडिकल स्टाफ की बेरोजग़ारी होगी। इस मौके पर पूर्व आईएमए प्रधान डा. अनिल गोयल, डा. आर सी रास्तोगी, डॉ पुनीता हसिजा, डॉ संजय टुटेजा, डॉ अक्षत नय्यर, डॉ नरेश जिंदल, डॉ राशी टुटेजा, डॉ राकेश कपूर, डॉ मनिंदर अहुजा, डॉ बी के शर्मा, डॉ आशीष गुप्ता (आईडीए से), डॉ ज्ञानेंद्र, सहपथी (आयुष)। डॉ नरेंद्र घई, डॉ अरुप कुंडू, डॉ भारती गुप्ता, डॉ ललित हसीजा, डॉ ए के बख्शी, डॉ पी एस अहुजा, डॉ राजीव गुम्बर, डॉ सीके मिश्रा, डॉ कपिल भाटिया, डॉ निशा कपूर, डॉ ओपी राकेश, डॉ आरडी नेगी के अलावा मेट्रो अस्पताल, एशियन हॉस्पिटल, क्यूआरजी अस्पताल, सर्वोदय अस्पताल और फोर्टिस अस्पताल सहित अनेकों नर्सिंग होंमों के डाक्टर उपस्थित थे।