फरीदाबाद। भाजपा सरकार द्वारा लागू की जा रही फसल बीमा योजना एवं स्वामीनाथन रिर्पोट लागू न किए जाने के विरोध में आज तयशुदा कार्यक्रम के तहत जिले के इनेलो नेताओं ने सेक्टर-11 स्थित जिला कार्यालय पर एकत्रित होकर जुलूस की शक्ल मेें पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए सेक्टर-12 लघु सचिवालय पहुंचे और जिला उपायुक्त की अनुपस्थिति में एसडीएम के मार्फत महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने से पूर्व हजारों की संख्या में उपस्थित इनेलो कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश जाहिर किया। प्रदर्शन में जिले के कई गांवों के किसानों ने पूरे उत्साह से भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजेंद्र बीसला, इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य रूपचंद लाम्बा, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र चौहान, युवा इनेलो के प्रदेश महासचिव अजय भड़ाना, युवा इनेलो जिलाध्यक्ष अरविंद भारद्वाज, किसान प्रकोष्ठ के संयोजक धारामल, शशिबाला तेवतिया आदि मुख्य रूप से मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए गोपीचंद गहलोत ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने किसानों को स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार फसलों के लाभकारी मूल्य देने का वायदा किया था, लेकिन यह वायदा मात्रा चुनावी जुमला साबित हुआ है और अब किसानों को यह कहकर लुभाने का प्रयास किया जा रहा है कि 2022 तक किसानों की आमदनी दुगुनी करनी की योजना लागू की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बीमा योजना के नाम पर निजी कंपनियों के एजेंटों के रूप में काम कर रही है ओर फसल बीमा योजना में शामिल त्रुटियों को दूर किए बगैर इसे लागू करना किसान को बर्बाद करने वाला कदम साबित होगा। श्री गहलोत ने कहा कि बडे ही दुर्भागय की बात है कि फसल बीमा योजना के तहत गांव को एक ईकाई माना गया है, ऐसे में यदि उस गांव के किसी एक किसान की फसल खराब होती है तो वह मुआवजे का हकदार नही होगा, जब तक कि पूरे गांव की फसल खराब न हो, तब तक उसे मुआवजा नहीं मिलेगा, इससे भाजपा की किसान विरोधी नीति का असली चेहरा उजागर होता है। इस अवसर पर इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य रूपचंद लाम्बा एवं इनेलो जिलाध्यक्ष देवेन्द्र चौहान ने संयुक्त रूप से कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व जो 154 संकल्प रूपी वायदे किए थे, दो वर्ष बीतने के उपरांत भी उन वायदों में से एक भी वायदा पूरा नहीं किया, वायदे पूरे करने की बजाए फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों को चपत लगाने का काम कर रही है। उन्होंने भाजपा सरकार को दिशाहीन सरकार करार देते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश की जनता जहां बिजली, पानी, सडक़ें व सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी के मार झेल रही है, वही भाजपा सरकार लोगों को अच्छे दिन तो दिखा नहीं पाई परंतु बुरे दिन जरूर दिखा दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 2000 रूपए पैंशन लागू करने का वायदा किया था, जो सत्ता में आकर पूरा नहीं हुआ वहीं स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू न करना भाजपा की किसान विरोधी नीति को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसान को खुशहाल बनाने के लिए कहा था कि किसान एक हजार रूपए लगाएगा तो उसे 1500 रूपए मुनाफा मिलेगा परंतु आज हालात ऐसे है किसानों को उनके फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते प्रदेश का किसान सरकार के प्रति लामबंद होने लगा और इस सरकार को सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुका है। उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी भाजपा सरकार की इन जनविरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करती है और अगर सरकार ने फसल बीमा योजना को वापिस नहीं लिया तो इनेलो कार्यकर्ता सडक़ों पर उतरकर सरकार की ईट से ईट बजा देंगे। इस अवसर पर पवन रावत, जगजीत कौर, ललित बंसल, जयपाल चौधरी, रामजीत भाटी, तेजपाल डागर, सुमेश चंदीला, रणवीर चौधरी, प्रेमसिंह धनखड, देवेन्द्र सिंह तेवतिया, सुरेश मोर, रविन्द्र चंदीला, रवि शर्मा, सतेंद्र भड़ाना, मनीष तंवर, विष्णु सूद, अजीत भाटी एडवोकेट, जोधसिंह वालिया, मास्टर दीपचंद पन्हेडा, विरेंद्र फौजी, सरदार ओमपाल सिंह, सीता करनेरा, त्रिलोकचंद मोहना, विकास चंदीला, अजीत कुमार सहित सैकड़ों इनेलो कार्यकर्ता मौजूद थे।