फरीदाबाद । एमएसएमई सैक्टर को वर्तमान परिवेश में भारतीय मानकों के अनुसार निरंतर उन्नति के लिये प्रोडक्ट सर्टिफिकेशन प्रक्रिया को अपनाना चाहिए। वर्तमान समय में जो आर्थिक चुनौंतियां सामने आ रही हैं, उनका सामना करने के लिये हमें अपने उत्पादन की गुणवत्ता, लागत, समयबद्धता और उपभोक्ता की संतुष्टि पर ध्यान देना होगा क्योंकि यही सफलता की ओर बेहतरीन कदम है। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने यहां यह विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्टैंडर्डाईजेशन को हमें अपना मिशन बनाना चाहिए। आपने बताया कि भारत मानक ब्यूरो द्वारा उत्पादन, सेवा, प्रक्रिया से संबंधित हजारों मानक निर्धारित किये गये हैं जिनका लाभ उठाया जाना चाहिए। श्री मल्होत्रा ने इलैक्ट्रिकल, डोमैस्टिक गैस स्ट्रोक, गैस सिलेंडर, बाल्वज संबंधी उत्पादों के लिये सुरक्षा मानकों की जानकारी देते कहा कि आईएसआई मार्क की ओर कदम जरूरी है। आपने बताया कि अमरीका, इंगलैंड, जर्मनी सहित विश्व स्तर पर भारतीय मानकों को मान्यता दी जाती है। श्री मल्होत्रा ने आईएसआई मार्क का उल्लेख करते कहा है कि आईएसआई मार्क उपभोक्ता के अधिकारों की सुरक्षा, प्रक्रिया में गुणवत्ता, डिजाईन व प्रदर्शन में बेहतरी और एक श्रेष्ठ प्रोसैस को दर्शाता है। आपने कहा कि एमएसएमई को आईएसआई मार्क के साथ अपने उत्पादन की प्रक्रिया को प्रभावी रूप देना चाहिए। श्री मल्होत्रा ने बताया कि अब प्रोडक्ट स्टैंडर्स को एमएसएमई सैक्टर के लिये नि:शुल्क बनाया गया है और यह पूर्ण रूप से ऑनलाईन रहेगा। यही नहीं स्टैंडर्ड शॉप फलोर से लेकर मार्किट तथा ऑनलाईन स्तर पर नये विश्वास को लाएंगे। श्री मल्होत्रा ने कहा कि एमएसएमई सैक्टर्स के लिये मानक वास्तव में भागवद गीता है जो हमें सही करने के लिये प्रेरित करते हैं। यही नहीं क्वालिटी स्टैंडर्डस उपभोक्ताओं में हमारे प्रोडक्ट के प्रति विश्वास को बढ़ाते हैं और इससे हमारे उत्पाद की कीमत भी बढ़ती है। श्री मल्होत्रा ने एमएसएमई सैक्टर से आह्वान किया है कि वे स्टैंडर्डाईजेशन को अपनाने के लिये कदम बढ़ाएं और इसमें सभी की भागीदारी को सुनिश्चित करें। कहा गया है कि वास्तव में यही आत्मनिर्भर भारत की ओर एक प्रभावी कदम है। श्री मल्होत्रा ने बताया कि डीएलएफ इंडस्ट्रीज आफ एसोसिएशन इस संबंध में ब्यूरो आफ इंडियन स्टेंडर्ड के साथ मिलकर कार्य कर रही है और विश्व मानक दिवस मनाने के साथ-साथ एमएसएमई सैक्टर्स को इस संबंध में जागरूक व प्रेरित किया जा रहा है।