फरीदाबाद। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने फरीदाबाद में पीएनजी की अधिकतम कीमतों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस संबंध में केंद्र व राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने व अन्य शहरों के समान पीएनजी की कीमतों को निर्धारित करने की आवश्यकता पर बल दिया है। श्री मल्होत्रा ने बताया कि फरीदाबाद में अदानी समूह द्वारा पीएनजी की सप्लाई की जाती है जिसके रेट निकटतम शहर गुरूग्राम व दूरस्थ शहर अहमदाबाद दोनों से अधिक हैं। आपने बताया कि फरीदाबाद में 18 से 20 रूपये प्रति यूनिट पीएनजी की दरों से गैस खरीदनी पड़ रही है जोकि गुरूग्र्राम व अहमदाबाद दोनों शहरों से अधिक है। श्री मल्होत्रा के अनुसार उद्योग प्रबंधक फरनेंस, बॉयलर और अन्य उपकरणों में पीएनजी का उपयोग करना चाहते हैं और वर्तमान में यदि एमएसएमई सैक्टर्स पीएनजी उपकरणों की ओर पड़ता है तो गैस की अत्याधिक कीमतें समस्याएं बढ़ा देती हैं जिस पर सरकार को ध्यान देते हुए हस्तक्षेप करना चाहिए। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन से भी आग्रह किया है कि वह पीएनजी जैसे ईंधन को सस्ता करने व गुरूग्राम के अनुरूप इसकी दरें निर्धारित करने की ओर ध्यान दें। श्री मल्होत्रा का मानना है कि अदानी को भी चाहिए कि वह स्वस्थ व्यापार के नियमों की पालना करते हुए पीएनजी की कीमतों को कम करने की ओर कदम बढ़ाए। एसोसिएशन के सदस्यों का मानना है कि अदानी पीएनजी को सस्ती दरों में गैस उपलब्ध करानी चाहिए और इसके लिये केंद्र सरकार को गाइडलाईन बनानी चाहिएं जिसमें साफ हो कि पीएनजी की कीमतों में एकरूपता बनी रहेगी। कहा गया है कि गुरूग्राम व अहमदाबाद की तुलना में फरीदाबाद में पीएनजी की कीमतें अधिक होना उद्योग प्रबंधकों के लिये समस्याएं खड़ी कर रहे हैं। बताया गया है कि जनवरी 2021 से जनवरी 2022 तक पीएनजी की कीमतों में77 प्रतिशत बढ़ौतरी हुई है जोकि काफी अधिक है। यही नहीं फरीदाबाद व गुडग़ांव में पीएनजी की कीमतों में २५ से ३० फीसदी का अंतर है। उद्योग प्रबंधक एवं टैक्सटाइल प्रोसैसिंग से जुड़े श्री सतेंद्र चौहान का मानना है कि पीएनजी को पूर्ण ईंधन के रूप में तभी प्रयोग किया जा सकता है जब इसकी कीमतों में कमी लाई जाए। सर्वश्री एस के बत्तरा, प्रमोद अग्रवाल, एस के लूथरा, बलदेव आहुजा, भूपिन्द्र सिंह, दीपक पंडोई, भूपिन्द्र पाल सिंह, विजय राघवन, एम पी रूंगटा व विशाल मल्होत्रा ने भी पीएनजी की कीमतों में कमी करने की आवश्यकता पर बल दिया है।