दिल्ली सरकार की ओर से 1982 बैच के इंडियन पुलिस सेवा के अधिकारी जे. के. शर्मा को तिहाड़ जेल का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। लेकिन उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि महानिदेशक की नियुक्ति गलत तरीके से गई है और इसे रद्द माना जाए।
केजरीवाल और जंग की इसी तकरार को देखते हुए तिहाड़ के नवनियुक्त डीजी ने पदभार संभालने से इंकार कर दिया है।
बताया जा रहा है कि इस बात की जानकारी उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से दिल्ली सरकार को भी दे दी गई है। करीब डेढ़ माह से तिहाड़ जेल महानिदेशक का पद रिक्त पड़ा था। आलोक कुमार वर्मा के दिल्ली पुलिस आयुक्त बनने के बाद से तिहाड़ के डीजी का पद रिक्त था।
जेल सूत्रों का कहना है कि पद संभालने के बाद जे.के.शर्मा ने तिहाड़ जेल मुख्यालय में एक बैठक भी की। बैठक में जेल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने आगे की रणनीति और योजना भी बात की। इसके अलावा उन्होंने जेल का निरीक्षण भी किया।
इससे पहले भी दिल्ली सरकार के गृह विभाग के फैसले के बाद उपराज्यपाल कार्यालय से तनातनी हो चुकी है। गृह विभाग के सचिव और दो अतिरिक्त सचिव को लेकर भी विवाद हो चुका है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार के गृह विभाग की ओर से आदेश जारी कर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जे.के.शर्मा को महानिदेशक का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। वर्तमान में शर्मा दिल्ली पुलिस होम गार्ड्स के महानिदेशक के हैं। इससे पहले शर्मा दिल्ली पुलिस में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं।