फरीदाबाद। तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने आज स्मार्ट सिटी को लेकर भाजपा के मंत्रियों एवं विधायकों पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि फरीदाबाद की जनता आज इन लोगों से स्मार्ट सिटी के नाम पर आए 600 करोड़ रुपए का हिसाब मांग रही है कि आखिर इतनी बड़ी यह धनराशि गई कहां! क्योंकि भाजपा की इस स्मार्ट सिटी में चारों ओर गंदगी-गंदगी ही दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के तीन साल पूरे हो चुके है और विकास के नाम पर इस स्मार्ट सिटी में सिवाए कांग्रेस की परियोजनाओं के पूरा करने के आज तक एक ईट भी नहीं लगी है। हालात इतने खराब है कि नगर निगम में कर्मचारियों को तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं है और कर्मचारी अपने वेतन के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रहे है। उन्होंने कहा कि जब इनके पास कर्मचारियों को देने के लिए पैसे ही नहीं है तो यह फिर यह स्मार्ट सिटी बनाने का ढोंग क्यों पीट रहे है। श्री नागर आज अपने ‘चलो गांव की चौपाल की ओर’ अभियान के तहत गांव बहादरपुर की चौपाल पर ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व गांव में पहुंचने पर श्री नागर का ग्रामीणों द्वारा गांव की सरदारी की ओर से सम्मान रुपी पगड़ी बांधकर एवं फूल माला पहनाकर उनका जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीणों ने विधायक के समक्ष गांव बहादरपुर से बदरौला रोड, बहादरपुर से चांदपुर तक की जाने वाली जर्जर पड़ी सडक़ों के पुन: निर्माण करवाने, गांव में ब्राह्मण चौपाल का निर्माण करवाने, सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी को पूरा करवाने मांग रखी वहीं गांव में बुजुर्गाे की पैंशन समय पर न मिलने और गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों को 100-100 वर्ग गज के प्लाट न मिलने का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया। ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद विधायक ने लोगों को आश्वासन दिया कि वह संबंधित अधिकारियों से वार्ताकर उन्हें समस्याओं के निदान के निर्देश देंगे। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने अपने विरोधियों पर हल्ला बोलते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी अपने जीवन में अन्याय के खिलाफ झुकना नहीं सीखा है और हमेशा भ्रष्टाचार, अन्याय व झूठ तथा लूट के खिलाफ आवाज बुलंद करने का काम किया है, लेकिन जनहित में उठाई गई आवाज को विरोधी पचा नहीं पा रहे है और लोगों को भ्रमित करने के लिए औंछे हथकंडे अपनाकर मेरी आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे है लेकिन जब तक लोगों का आर्शीवाद उनके ऊपर है, वह हमेशा अन्याय के विरोध में आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने मंच से ऐलान किया कि विरोधी झूठ, लूट व भ्रष्टाचार को बंद कर विकासपरक सोच बनाने का काम करें क्योंकि जनप्रतिनिधि का फर्ज होता है कि वह क्षेत्र में अमन, चैन व विकास के कार्याे को तवज्जो दे और अगर इस सरकार में बैठे लोगों ने अपना रवैया नहीं बदला तो उनके संघर्ष के स्वर और प्रखर होकर उभरेंगे। इस अवसर पर नरेश बांकुरा, पंडित किशन सिंह, पंङ्क्षडत हरिप्रसाद, पंङ्क्षडत लख्मी सिंह, हरिराम मेम्बर, पंडित सुरेश कुमार, चौधरी बीरपाल सिंह, रामदेव छिद्दा, मास्टर रामगोपाल, मास्टर धर्मबीर सिंह, चौ. हरस्वरुप, नत्थी, धर्मपाल सिंह, बिल्लू पंडित, चौ. हरजीत मेम्बर, विजय पंडित, बंसी पंडित, रघुंनदन सिंह, जय गुरुदेव, सूरजपाल भूरा, कमल चंदीला सहित अनेकों ग्रामीण मौजूद थे।