फरीदाबाद। निगमायुक्त सोनल गोयल ने नगर निगम का राजस्व में और बढ़ोत्तरी हेतू तथा बड़े-बड़े डिफाल्टर (बकायादारों) की सूची बनाकर उन पर शिकंजा कसने के लिए निगम मुख्यालय में जेडटीओ और अधिकारियों की मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में अतिरिक्त आयुक्त श्री पार्थ गुप्ता, प्रषासनिक अधिकारी के0के0 गोयल, एनआईटी, ओल्ड व बल्लबगढ़ जोन के क्षेत्रीय एवं कराधान विभाग के अधिकारी विजय सिंह, महेन्द्र सिंह, अनिल रखेजा, विषाल कौषिक और प्रेमप्रकाष सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे। मीटिंग में तीनों जोनों के क्षेत्रीय एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने बड़े-बड़े बकायादारों जिन्होंने निगम का टैक्स नहीं करा है उसकी सूची निगमायुक्त को सौंपी। निगम द्वारा टैक्स न भरने वालों सूची अनुसार एनआईटी जोन-1 में सुरेन्द्र कुमार व पियूष शैल्टर निवासी मकान नंबर-22, एन.एच.-1ई/बीपी डीएम रोड इंडस्ट्रियल एरिया फरीदाबाद, अमीचंद निवासी मकान नंबर-280, फतेहपुर चंदीला तथा राज मकान नंबर-15 पर लाखों रूप्ए बकाया है। इसी प्रकार ओल्ड फरीदाबाद जोन-1 में रामपाल निवासी 134 फ्रेन्डस कालोनी, आर0के0 कुक्कड़ निवासी 224 फ्रेंडस कालोनी, श्री संतोष कुमारी (कोण्डा करसाइड टूल्स) मकान नंबर-95/96, प्रवेष मार्ग, तथा श्री संतोष सिंह निवासी डीएम रोड साथ-साथ संतोष और मैसर्स बास्को लिमिटेड, मैसर्स बरार लॉयन टूल्स से निगम ने लाखों रूप्ए का टैक्स वसूलना है। निगमायुक्त ने अधिकारियों को आदेष दिए कि निगम की कमजोर वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए निगम प्रषासन के द्वारा बकाया सम्पत्ति कर की राषि की वसूली करने के लिए बड़े-बड़े डिफाल्टर्स की संपत्ति सील की जाए। उन्होंने बताया कि इन बकायेदारों पर निगम के करोड़ रूपये से अधिक की बकाया राषि पड़ी हुई है। निगमायुक्त के अनुसार इससे एक ओर तो निगम की कमजोर वित्तीय स्थिति के कारण न केवल आम जनता को अति आवष्यक जन सुविधायें प्रदान करने में अत्यधिक परेषानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर बड़े-बड़े डिफाल्टर निगम का करोड़ों रूपये का सम्पत्ति कर भुगतान नहीं कर रहे है जिससे निगम और जनहित में कतई बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निगम अधिकारियों को आदेष दिए कि पूर्व में अनेकों बार निगम के द्वारा विभिन्न साधनों विषेष टैक्स कलैक्षन कैम्प, निगम द्वारा शहर के सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थानों व कार्यालयों पर बड़े बड़े होर्डिंग्स लगाकर नगर निगम के तीनों जोनों एनआईटी, ओल्ड फरीदाबाद व बल्लबगढ़ में ऑटो रिक्शा के माध्यम से मुनादी करवाकर, निगम की बेवसाइड, फेसबुक, केबल टी.वी., समाचार पत्रों के माध्यम से इस स्कीम का ब्यापक प्रचार प्रसार किया गया। जिसके बावजूद भी ये लोग अपनी बकाया सम्पति कर की राशि को जमा नहीं करवा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप निगम को कड़ी कार्यवाही शुरू करने को मजबूर होना पड़ेगा।