फरीदाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की घोषणा के अनुरुप जहां पृथला क्षेत्र के गांव दुधौला में कौशल विश्वविद्यालय बनाने की कवायद शुरु हो गई वहीं इस क्षेत्र में वाईएमसीए विश्वविद्यालय बनाने को लेकर भी प्रयास तेज हो गए है। इसी कड़ी में आज क्षेत्रीय विधायक पं. टेकचंद शर्मा ने वाईएमसीए विश्वविद्यालय के उपकुलपति दिनेश गर्ग व विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार संजय शर्मा के साथ गांव दुधौला एवं सुनपेड़ में जाकर ग्राम पंचायत की प्रस्तावित स्थानों का दौरा किया। वाईएमसीए विश्वविद्यालय के लिए 60 से 70 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। इस दौरान गांव दुधौला के लोगों ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास यूनिवर्सिटी के लिए पर्याप्त भूमि है, उन्हें जितनी आवश्यकता है, उसके अनुरुप ग्राम पंचायत जमीन देने को तैयार है और यह विश्वविद्यालय उन्हीं के गांव में बनना चाहिए। इससे पूर्व रेनीवेल परियोजना के लिए भी इसी गांव की पंचायत ने 6 एकड़ जमीन भी दी थी। इस मौके पर विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आर्शीवाद से आने वाले समय में पृथला क्षेत्र फरीदाबाद में शिक्षा का हब बनकर उभरेगा, यहां कौशल विश्वविद्यालय के साथ-साथ वाईएमसीए यूनिवर्सिटी बनने से जहां गांवों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दूर-दराज नहीं जाना होगा वहीं यहां उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। गौरतलब है कि क्षेत्र में पहले ही एक कौशल विश्वविद्यालय का कार्य प्रगति पर है, जो देश का पहला तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का विश्वविद्यालय है, इसके यहां बनने से जहां युवाओं को बेहतर शिक्षा मिलेगी वहीं क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी युवाओं को मुहैया होंगे। वहीं वाईएमसीए विश्वविद्यालय बनने से क्षेत्र के युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरुकता पैदा होगी और उनका रुझान पढ़ाई की ओर बढ़ेगा। आज के इस दौरे के उपरांत विश्वविद्यालय के उपकुलपति दिनेश गर्ग व रजिस्ट्रार संजय शर्मा ने विधायक प टेकचंद शर्मा को आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय के लिए जो स्थान आपने दिखाए है, वह श्रेष्ठ है जल्द ही अन्य संबंधित अधिकारियों से समीक्षा कर शीघ्र ही जगह सुनिश्चित करके सरकार को अवगत करवा दिया जाएगा और आगामी बजट सत्र में विश्वविद्यालय भवन का कार्य शुरु करा दिया जाएगा। इस अवसर पर डा. तेजपाल शर्मा, सरपंच राजेश रावत एडवोकेट, सुन्दर पहलवान सरपंच, पप्पू पूर्व सरपंच व दोनों गांवों के मौजिज लोग मौजूद थे।