फरीदाबाद। पृथला विधानसभा क्षेत्र के विधायक पं. टेकचंद शर्मा ने कहा है कि ग्राम पंचायत छांयसा से अलग होकर अस्तित्व में आई पंचायत झुग्गी का नाम गोबिंद नगर रखा जाएगा और इस पंचायत का 14.5 प्रतिशत हिस्सा जल्द आबंटित किया जाएगा वहीं इस पंचायत में विकास कार्य के लिए भी हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। श्री शर्मा गांव छांयसा में 16.50 लाख की लागत से बनी गलियों व चौपाल की चारदिवारी व 10 लाख की लागत से बनी अन्य गलियों का शिलान्यास करने के उपरांत उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों द्वारा रखी गई गांव के विद्यालय से संबंधित समस्याओं का मौके पर ही अधिकारियों से बातचीत कर समाधान किया तथा उनके द्वारा सौंपे गए मांगपत्र में सभी मांगों के समाधान एक वर्ष के अंदर किए जाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र की जनता से चुनाव के दौरान जो विकास के वायदे किए थे, उन वायदों को उन्होंने तीन वर्षाे के दौरान उन्होंने पूरा करने का भरसक प्रयास किया है। क्षेत्र के सभी गांवों में समान विकास कराने के साथ-साथ लोगों को बिजली, पानी व सडक़ें जैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आर्शीवाद से हरसंभव प्रयत्न किया है। उन्होंने कहा कि पृथला विधानसभा क्षेत्र उनके परिवार का हिस्सा है और इस क्षेत्र की उन्होंने एक लायक बेटे की तरह सेवा की है और आने वाले समय में भी वह अपने इस दायित्व का निर्वाह बखूबी करेंगे। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वह आपसी वैरभाव भुलाकर क्षेत्र में चल रहे विकास कार्याे में अपना सहयोग दें और कहीं भी गुणवत्ता में कोई कमी नजर आए तो उसकी शिकायत अधिकारियों से करें ताकि गुणवत्ता से समझौता करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सके। इससे पूर्व विधायक श्री शर्मा ने गांव जवां में 15.56 लाख से बनी दो चौपालों का उद्घाटन, 30 लाख की लागत से बनने वाले एक सामुदायिक केन्द्र व 2 आंगनवाडी भवनों की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर डॉ. तेजपाल शर्मा, उपमण्डल अधिकारी पंचायती राज प्रदीप शर्मा, कनिष्क अभियंता पंचायती राज जयपाल, ग्राम सचिव सतवीर व योगेश, जिला पार्षद डॉ. जगदीश चन्द, रमेश सरपंच, महेन्द्र कुमार, सुमन कौर सरपंच, रणजीत सरपंच मोहना, राकेश सरपंच, सतवीर सरपंच, बीरपाल धारीवाल, जगवीर मलिक, अख्तर सरपंच, वीरेन्द्र शर्मा, नन्दकिशोर कौशिक, महेश कौशिक, जयपाल, ज्ञानीतारा सिंह, पितम सिंह, हरनाम सिंह, गुरमीत सिंह आदि मौजूद थे।