जेलर अनिल ने जांच की बात कही,प्राथमिक दृष्टिकोण में आरोप निराधार
फरीदाबाद। नीमका जेल के एक सिपाही पर महिला के साथ छेडछाड का आरोप लगाया गया है। मामले की जांच पुलिस और स्वंय जेलर कर रहे है। सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है। प्राथमिक दृष्टिकोण में जेल प्रशासन द्वारा मामला निराधार बताया जा रहा है। जांच के बाद कार्रवाही की बाद भी कही जा रही है। मामला नीमका जेल का है जहां गुडिया नामक एक महिला अपने भाई राजू के साथ जेल में एक मामले में बंद अपने देवर ओमवीर से मिलने गई थी। आरोप लगाया गया है कि मिलने के बाद जब वह लौट रही थी जो मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मी सिपाही तेज सिंह ने उसके साथ छेडखानी शुरू कर दी जिसका विरोध करने पर उसे धमकाया गया। वही इस मामले में जब जेलर अनिल से बात की गई तो उन्होने कहा कि मामले की जांच पुलिस और वह स्वंय कर रहे है यदि आरोपी सिपाही दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जायेगी परन्तु प्राथमिक दृष्किोण में यह मामला निराधार लग रहा है क्योकि जिस वक्त महिला ने यह आरोप लगाया उस वक्त उनकी जेल के तीन महिला सुरक्षाकर्मी वहा मौजूद थी तथा उन्होने इस घटनाक्रम से साफ तौर पर इंकार कर दिया। उन्होने बताया कि बकायदा इसके लिए सीसीटीवी फुटेज भी देखा गया है परन्तु इस तरहा की घटना को कोई प्रमाण नही मिला है बाकि अभी पुलिस और जेल प्रशासन की बात की जांच कर रहा है और यदि आरोप सिद्ध हो जाता है उचित कानूनी कार्रवाही की जायेगी।