फरीदाबाद। आजादी की 70 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पर्वतीय कालोनी मार्केट एसों. एंव एकता विकास के सयुक्त तत्वाधान द्वारा सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों को केले वितरित कर उनके संग आजादी का जश्र मनाया गया। सयुक्त तत्वाधान के अगुवाई पर्वतीय कालोनी मार्केट एसों. के महासचिव पंकज शर्मा की गई। मौके पर पंकज शर्मा ने मरीजों की स्वस्थ कामना करते हुए उन्हे स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश की आजादी के इतने बडे पर्व की महत्वता वर्तमान दौर में लोगो ने विस्मरण कर दी हैं। जबकि आजादी के लिए हमारे शहीदों ने जो कुर्बानिया दी है वह आज भी प्रेरणास्त्रोत हैं। उनका मानना था कि जो मुकाम आसानी से उपलब्ध हो जाता है ,उसकी महत्वता उन लोगों के लिए कम होती है जिसका अनुभव उनको नही होता है,यही वजह है कि वर्तमान दौर में आजादी के जश्र को लेकर लोगों में जोश कम ही दिखाई पडता है जो काफी शर्मानाक हैं। मार्केट एसों. के महासचिव पंकज शर्मा ने देश के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदो की शहादत को कभी भुला नही जा सकात है। आज उनकी ही बदौलत में चैन से आजादी की सांस ले रहे है और विश्व में भारत की अपनी अलग पहचान हैं। यही नही उनका यह भी कहना था कि देश की कुर्बानी देने वालों आजादी के दीवाने की शहादत को वर्तमान दौर भुलाया जा चुका है क्योकि उस दौर में उन लोगों ने आजादी को लेकर जो सपने सजोए थे। उनका धरातल से कोई वास्ता नही हैं। एक स्वतंत्रदेश की कामना करने वाले शहीद की परिकल्पना का तात्पर्य मात्र केवल एक भूखंड की आजादी नही बल्कि संपूर्ण आजादी से था,जिसमें जाता-पात,अमरी-गरीबी और समान अधिकार वाली बात कही गई थी परन्तु जिस तरह से देश आाजद हुआ उसके बाद व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए राजनेताओं ने देश के विभाजन ही नही किए बल्कि देश पर एक छत्रराज कर प्रति व्यक्ति आय गडबड दी । नतीजन अमीर और अमीर होता चला गया और गरीब को दो जून की रोटी के लिए अभी तक सघर्ष करना पड रहा है जो आजादी के 70 साल बाद बेहद शर्मानाक हें। इसी गडबडझाले के चलते ही युवा बेरोजगार होने के लिए मजबूर है और समाज में असमाजिक अराजकता फैल चुकी हैं। इस अवसर पर एकता विकास म के अध्यक्ष सतीश चोपडा,सहलाकार अधिवक्ता अवधेश शर्मा, सम्पूर्णनंद शर्मा, भारत शर्मा, पर्वतीय कालोनी मार्केट एसों. के देशराज अवाना, परशुराम शर्मा, संकी भाटिया,चेतन शर्मा,अमित कुमार,प्रिंस राजपूत, चिरंजीत ङ्क्षसह आदि मौजूद थे।