फरीदाबाद। अगर देखा जाए तो शहर में दिनदहाडे इस तरह की वारदात अब कोई नई बात नही है। काफी समय से शहर में बदमाशों ने लोगों का जीन दुश्वार कर दिया है। रणनीति के तहत किया जाने वाला अपराध सिटी में बढता ही जा रहा है और पुलिस कार्रवाही के नाम पर बस खानापूर्ति कर इतिश्री कर लेती है। हांलाकि कुछ घटनाओं में पुलिस को कामयाबी भी मिली है परन्तु उसका प्रतिशत नामात्र के बराबर है। इस तरह की घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवालिया निशान खडा हो गया है क्योकि अब शहर में अपराधियों के मन से पुलिस का खौफ हट चुका है और यही वजह है कि रणनीति के तहत बनाए जा रहे अपराध शहर में निंरतर बढते ही जा रहे है। कुछ समय से शहरवासियों की मांग यह रही थी कि पुलिस प्रशासन के बडे अधिकारियों में बदलाव किया जाए ताकि शहर को अपराधियों से भयमुक्त किया जा सके परन्तु राजनीतिक पहुच और अपने दबदबे के चलते वह सभी बडे पुलिस अधिकारी फरीदाबाद में अपना डेरा जमाए हुए है जिनके आने के बाद अपराध में बढौतरी के अलावा कुछ हुआ ही नही। खैर जो भी हो अब देखना यह है कि इस तरह की घटनाओं से चडीगढ़ में बैठे हुक्मरान कीे आंखे खुलेगी कि नही ताकि शहर के लोगों को इस तरह की घटनाओं से और अपराधियों से मुक्ति मिल सके।