मनोज भारद्वाज(वरिष्ठ पत्रकार)
फरीदाबाद। मथुरा क्षेत्र की दो नाबालिक लड़कियों को बालिका वधू होने से पुन:बचा लिया गया। गोवरर्धंन के बसौकी इलाके से सबंध रखने वाले सोतई गांव की दोनों लडकिया एक ही परिवार की है। लगभग 3 माह पूर्व भी इनकी शादी रूकवा दी गई थी परन्तु एक बार फिर इनके परिजनों ने जबरदस्ती दोनों नाबालिक लड़कियों को शादी के लिए मजबूर करना शुरू कर दिया। जबरन शादी कराए जाने से नाराज दोनों लड़किया भागकर मदद के लिए बाल सरंक्षण अधिकारी फरीदाबाद कार्यालय पहुंच गई। फिलहाल दोनों को शैल्टर होम भिजवाने की कार्रवाही की जा रही है। मामला मथुरा क्षेत्र के गोवरर्धन इलाके के बसौकी इलाके से संबध रखने वाले सोतई गांव का है। जहां एक परिवार की दो नाबालिक लड़किया गुरूवार तडके 4 बजे घर से निकलकर ट्रक में सवार होकर फरीदाबाद स्थित बाल सरंक्षण अधिकारी हेमा कौशिक के कार्यलय पहुच गई। वहा पहुच कर उन्होने हेमा कौशिक को अपनी आपबीती सुनाई और उनसे मदद की गुहार लगाई। बाल संरक्षण अधिकारी ने मथुरा पुलिस से तालेमल बिठाकर उनके परिजनों के खिलाफ कार्यवाही तेज कर दी है। विदित हो कि इससे पूर्व भी बाल सरंक्षण अधिकारी हेमा कौशिक ने दोनो नाबालिक लड़कियों की अपने प्रयासों से शादी रूकवाई थी। इस बात को अभी 3 माह भी नही बीते कि लड़कियों के परिजनों ने पुन:उनकी जबरदस्ती शादी का प्रयास करना शुरू कर दिया। जिससे नाराज होकर वह फरीदाबाद बाल सरंक्षण अधिकारी कार्यलय पहुच गई। अधिकारी हेमा कौशिक ने बताया कि गुरूवार सुबह जब वह अपने कार्यलय पहुची तो यह लड़किया पहले से ही वही बैठी हुई थी। पूछने पर उन्होने बताया कि गोवरर्धन से भाग कर आई है क्योकि उनके परिजन जबरदस्ती शादी करवा रहे थे। यह भी बताया गया कि दोनों लड़किया पढना चाहती है तथा दसवी और बारहवी में पढ रही है। साथ ही बच्चियों को शैल्टर होम भिजवाने की तैयारी की जा रही है ताकि यह वहां बिना किसी डर के रह सके और वहीं मथुरा पुलिस से बातचीत करके इनके परिजनों के खिलाफ भी जो धारा बनेगी, उसके तहत कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले भी इनके परिजनों द्वारा गोवर्धन में ही इनकी शादी की जा रही थी, उस दौरान इन लडकियों ने उन्हें फोन किया था और फोन के माध्यम से उन्होंने मथुरा के एसीपी से संपर्क साध इन लडकियों की शादी रुकवाई थी।