फरीदाबाद। वार्ड-30 से नगर निगम चुनाव लड रहे निर्वमान पार्षद रोहित सिंगला राजनीतिक चक्रव्यूह के भंवर में फस गए हैं। विपरीत गुट समर्थक लामबंद हो गए हैं और बीजेपी से चुनाव लड रहे सुभाष आहुजा को समर्थन दे चुके है। अब ऐसे में प्रश्र हैं कि क्या चाचा लखन ङ्क्षसंगला उनके तारनहार बन पायेगे कि नही। हांलाकि उनकी तरफ से काफी समय से चली आ रही चाचा-भतीजे की आपसी वर्चस्व की जंग की समाप्ति के बाद भतीजे रोहित सिंगला की जीत के लिए ऐडी-चोटी का दम लगाया जा रहा हैं किन्तु चाचा -भतीजे के खिलाफ अधिकतम पुराने चुनाव के वक्त उनके प्रत्याशी रहे लोग बीजेपी से चुनाव लड रहे सुभाष आहुजा के खेमे में पहुच चुके है। यदि विगत् निगम चुनाव की बात की जाए तो द्वितीय स्थान पर रहे प्रत्याशी राजेश अरोडा के साथ ब्राहाण समुदाय से सबंध रखने वाली सुचि पराशर के अलावा पवन शाष्त्री सहित किसी जमाने में यहा से पार्षद का चुनाव लड चुके पंजाबी समर्थक उम्मीदवार प्रवेश महता भी उनका समर्थन करते हुए आसानी से देखे जा सकते है। अगर इस कडी की श्रृंखला को आगे बढाया जाया तो वैश्य नेता ब्रहमप्रकाश गोयल के बीजेपी में शामिल होने के बाद कयास यह लगाए जा रहे है कि वह भी वैश्य समाज की वोट का बदलाव अपने पार्टी के प्रत्याशी सुभाष आहुजा के पक्ष में मोडने का प्रयास अवश्य करेगे। साथ ही केबिनट मंत्री विपुल गोयल का पूर्ण समर्थन सुभाष आहुजा को मिल रहा है और अब यह सीट केबिनट मंत्री की प्रतिष्ठा से भी जुड चुकी है क्योकि शहरी विधानसभा सीट में वैश्य समाज का अच्छा खास दबदबा देखा जा सकता हैं और केबिनट मंत्री वैश्य समाज का अग्रणी नेता बने रहना चाहते है । बाकि इस सीट को केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के सम्मान से जोडकर देखा जा रहा है क्योकि मंत्री द्वारा अपने मित्र हंसराज आहुजा के भाई सुभाष आहुजा को यहा से टिकट दिया गया था। इसके अलावा अभी भी ओल्ड फरीदाबाद के कुछ इस तरह के मौहल्ले है जहां जातिवाद अधिकतम हावी है और मोदी लहर की वजह से उनका समर्थन इस बार बीजेपी के उम्मीदवार की तरफ हो सकता हैं। अब देखना यह है कि चक्रव्यूह में फंसे निर्वमान पार्षद भतीजे रोहित सिंगला को चाचा लखन सिंगला किस तरह इस भंवर से मुक्त करवाने में मददगार साबित होगे। चाचा लखन ङ्क्षसगला भरसक प्रयास में लगे हुए है कि रोहित सिंगला इस बार यहा से जीत का परचम लहराए क्योकि उसकी जीत के बाद वह आगामी विधानसभा चुनाव में इसी विधानसभा से ताल ठोकेगे। इसके लिए उन्होनेे होडल के कांग्रेसी विधायक और फरीदाबाद से एकमात्र कांग्रेसी विधायक को रैली के लिए आमंत्रण भी दिया था। रैली में शिरकत कर चुके इन दोनों नेताओं की यदि बात की जाए तो दबी जुबान से चर्चा यह है कि होडल के विधायक का इस वार्ड से क्या ताल्लकात और अन्य विधायक इस क्षेत्र में अग्रणी कभी नही रहे।