फरीदाबाद। पलवली हत्याकांड में आरोपियों के परिजनों की घर वापसी को लेकर रविवार को सर्वधर्म बिरादरी के लोगों की एक पंचायत का आयोजन पलवली में किया गया। जिसमें फरीदाबाद सहित नोएडा एवं गुडग़ांव के मौजिज सरदारी ने हिस्सा लिया। पंचायत में पीडि़त पक्ष के बिजेन्द्र शर्मा एवं राजकुमार शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि आरोपी पक्ष के परिजनों को जब तक गांव में नहीं बसने दिया जाए, जब तक उक्त केस न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन जबरन आरोपी पक्ष के परिजनों को गांव में बसाने को आतुर है, जिससे हालात खराब हो सकते हैं। पीडि़त पक्ष के बिजेन्द्र और राजकुमार के प्रस्ताव को आई हुई बिरादरी ने हाथ उठाकर समर्थन किया और सहमति जताई कि इससे गांव में माहौल खराब होने के आसार हैं, इसलिए जब तक केस विचाराधीन है, आरोपी पक्ष के परिजनों को गांव में नहीं आने दिया जाए। पंचायत को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कहा कि वह पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन की कार्यवाही से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि पंचायत के फैसले को मानते हुए बिरादरी की बात को समझते हुए पुलिस प्रशासन गांव में शांति बहाल करने में मदद करेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिला उपायुक्त ने भी आश्वासन दिया है कि वो बिरादरी एवं पंचायत का सम्मान करेंगे और ऐसा कुछ भी करने से पहले विचार करेंगे, जिससे हालात खराब हों। पं. बबली ने कहा कि जब तक यह बहुत बड़ा और वीभत्स हत्याकांड है, जिसमें 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इसलिए बिरादरी की सर्वसम्मति से पंचायत यह फैसला लेती है कि आरोपी पक्ष को गांव में लाकर माहौल खराब न किया जाए और उनको दिल्ली स्थित उनके पैतृक गांव में रखा जाए, जब तक उक्त केस का कोई निर्णय न हो जाए। पंचायत में सी आर शर्मा, डी एन बिशन, राजेन्द्र शर्मा, छाजूराम, घांसीराम, भानसिंह सरपंच, संजय सरपंच, धर्मसिंह सरपंच, रमजान सरपंच, संजय चेयरमैन, पिन्टू सरपंच, बिशराम नंबरदार, हरवीर सरपंच, श्याम सुंदर, लज्जाराम सरपंच, देवू भारद्वाज, तेजपाल शर्मा सहित नोएडा, गुडग़ांव एवं आसपास की मौजिज बिरादरी मौजूद थी।