फरीदाबाद। राज्य में खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हरियाणा प्रदेश सरकार ने स्कूलों में खेल नर्सरियों को स्थापित करने का निर्णय लिया है जिसके तहत जिले में आर्चरी के लिए तिगांव स्थित विद्यासागर इंटरनेशल स्कूल का चयन किया है। अब यहां खिलाडिय़ों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा उनके भविष्य को संवारा जाएगा। स्कूल के चयन के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए स्कूल के चेयरमैन श्री धर्मपाल यादव ने कहा कि यह उनके लिए काफी सम्मान और खुशी की बात है कि सरकार ने स्कूल पर भरोसा जताते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है। श्री यादव ने कहा कि स्कूल प्रशासन ने हमेशा यह प्रयास किया है कि क्षेत्र के बच्चों को खेलों के लिए बेहतर वातावरण प्रदान किया जाए जिससे बच्चे अपनी लगन और मेहनत से राष्ट्रीय ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाकर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। इसमें उन्हें काफी सफलता भी मिली है। स्कूल की छात्रा आर्ची यादव का चयन आर्चरी में ओलंपिक प्रशिक्षण के लिए हो चुका है साथ ही अभी हाल ही में उसे डेढ़ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया है। श्री यादव ने कहा आर्ची के अतिरिक्त रितिका, शायन और अन्य स्कूल के छात्र कई खेल मंचों पर जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर चुके हैं। प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए इस निर्णय से अब बच्चों को और अधिक बेहतर सुविधाएं और वातावरण मिल सकेगा और क्षेत्र से और प्रतिभाएं निकलकर सामने आएंगी जो आगे चलकर देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। श्री यादव ने कहा कि सरकार की इस नीति का धन्यवाद करते हैं और स्कूल प्रशासन पूरी मेहनत और लगन से सरकार द्वारा दी गई इस जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से निर्वहन करेगा।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने अपनी खेलनीति के अंतर्गत कई अहम फैसले लिए हैं जिसके अंतर्गत खेल नर्सरियों की स्थापना की जा रही है। इसमें धन की कमी न हो इसके लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था की है। सरकार की मंशा है इन नर्सरियों में तैयार होने वाले खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर देश व राज्य का नाम रोशन करें। खिलाडिय़ों को अच्छा आहार मिल सके। इसके लिए 1500 रूपए प्रति खिलाड़ी की दर से 8 से14 वर्ष आयु के खिलाड़ी को तथा 15 से 19 आयु वर्ग को 2000 प्रतिमाह तय किया गया है। उपकरण तथा उपभोग्य सामग्रियों के लिए 1.20 लाख तक के प्रावधान किया गए है। स्कूल के डायरेक्टर दीपक यादव ने इस अवसर पर कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है। हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। खेल को अपना कैरियर चुनने वाले युवाओं के लिए यह बड़ा तोहफा साबित होने जा रहा है।