250 से अधिक लोगो ने किया रक्तदान पौधारोपण भी किया गया,विद्यार्थियों ने ली यातायात नियमों के पालन को लेकर शपथ
फरीदाबाद। वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयए फरीदाबाद द्वारा रोटरी क्लबए फरीदाबाद ईस्ट तथा सडक़ सुरक्षा जागरूकता के लिए समर्पित संस्था मार्गदर्शन के सहयोग से विश्वविद्यालय परिसर में सडक़ सुरक्षा पर परिचर्चा तथा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में लगभग 250 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। रक्तदान शिविर का उद्घाटन राष्ट्रीय जांच एजेंसी में महानिरीक्षक आलोक मित्तल तथा कुलपति डॉ दिनेश कुमार ने किया तथा स्वैच्छिक रक्तदान किया। कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त मुख्यालय विरेन्द्र विज विशिष्ट अतिथि रहे। रोटरी क्लब फरीदाबाद ईस्ट के अध्यक्ष गुलशन नारंग ने भी रक्तदान कर विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया तथा रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में पौधारोपण गतिविधि भी चलाई गईए जिसमें सभी ने बढ़.चढक़र हिस्सा लिया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किये। कार्यक्रम में कुल सचिव डॉ संजय कुमार शर्मा तथा संकायाध्यक्ष विद्यार्थी कल्याण प्रो एस के अग्रवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समन्वयन निदेशक युवा मामले डॉ प्रदीप डिमरी व सांस्कृतिक मामलों की अध्यक्ष डॉ सोनिया बंसल ने किया। सडक़ सुरक्षा परिचर्चा में विद्यार्थियों को सडक़ दुर्घटना से बचाव तथा यातायात नियमों के पालन को लेकर जरूरी संदेश दिया गया तथा सड़क़ दुर्घटना के शिकार लोगों के जीवन को बचाने के लिए खून के महत्व पर भी चर्चा की गई तथा स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित किया गया। विश्वविद्यालय में कार्यक्रम के आयोजित में सहयोग के लिए रोटरी क्लब फरीदाबाद ईस्ट तथा मार्गदर्शन संस्था का आभार जताते हुए कुलपति ने कहा कि सडक़ सुरक्षा तथा रक्तदान दोनों ही विषय युवाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि युवाओं को बढ़.चढक़र स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए और यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय जांच एजेंसी में महानिरीक्षक आलोक मित्तल ने अपने संबोधन में सडक़ सुरक्षा को अध्ययन और अनुसंधान का विषय बताया तथा विद्यार्थियों को इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। वर्ष 2015 के सडक़ दुर्घटनाओं के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में प्रतिदिन 400 लोग सडक़ दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते है और इसमें 35 प्रतिशत हादसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर होते हैए जिनमें 50 मामलों में तेज रफ्तार और शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले होते है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सडक़ सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाये जाये। मोटर वाहन संशोधन विधेयक 2016 को सडक़ सुरक्षा की दृष्टि से अच्छी पहल बताते हुए श्री मित्तल ने कहा कि ओवर स्पीड़ और शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण होने वाले हादसों को हत्या की श्रेणी में रखा जाना चाहिए और ऐसे मामलों में कड़ी सजा मिलनी चाहिए। साथ ही फरीदाबाद के पुलिस उपायुक्त मुख्यालय विरेन्द्र विज ने अपने संबोधन में सडक़ सुरक्षा जागरूकता को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि फरीदाबाद में इस वर्ष अब तक 110 लोग सडक़ हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैए जोकि किसी अन्य कारण से होने असामान्य मौतों की तुलना में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं का मुख्य कारण यातायात नियमों की अनदेखी एवं लापरवाही होता है। जिसके दृष्टिगत पुलिस द्वारा सख्त कदम उठाये गये है। यातायात नियमों को तोडऩे वालों पर कड़ा संज्ञान देते हुए पुलिस ने अब तक 500 से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस रद किये है। जिसमें ओवरलोडिंगए शराब पीकर वाहन चलाना तथा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग प्रमुख कारण रहे है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रोटरी क्लब के सुभाष कुमार ने बताया कि रोटरी क्लब द्वारा थैलीसीमिया पीडि़तों को नि:शुल्क खून उपलब्ध करवाया जायेगा।