चंडीगढ़( standard news on line news portal/manoj bhardwaj) हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास ने बताया कि देश के किसी भी प्राइमरी स्कूल में जुलाई 2019 के बाद कोई भी अप्रशिक्षित अध्यापक नहीं पढ़ा सकेगा। वर्तमान में प्राइवेट स्कूलों में जो अप्रशिक्षित अध्यापक पढ़ा रहे हैं उनको नि:शुल्क प्रशिक्षित किया जाएगा। श्री दास आज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा में गैर सहायता प्राप्त स्कूलों में 5309 तथा गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों में 1497 अप्रशिक्षित अध्यापक पढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश के सभी राज्यों में प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले अप्रशिक्षित अध्यापकों को आर.टी.ई के तहत एन.आई.ओ.एस द्वारा डी.एड का दो साल का प्रशिक्षण दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से दिया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से यह प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा। आवेदकों को मात्र 6000 रूपए परीक्षा शुल्क ही देना होगा जिसमें 1500 रूपए की छूट दी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आवेदकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए डिश स्वयं ही खरीदनी होगी। डिश के माध्यम से आवेदक दूरदर्शन के चार चैनलों पर ऑनलाइन भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि अप्रशिक्षित अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए 15 सितंबर तक एन.आई.ओ.एस के पोर्टल में स्वयम पेज पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।एक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए श्री दास ने बताया कि लर्निंग आऊटकम के जरिये प्राइमरी कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई का स्तर निर्धारित होगा। कक्षा के बाहर स्टडी-चार्ट (पोस्टर) लगाया जाएगा। पोस्टर के अनुसार हर कक्षा के विद्यार्थी का शैक्षिक मूल्यांकन होगा और स्कूल प्रबंधन कमेटी (एस.एम.सी),पंचायत तथा अभिभावकों को भी संबंधित कक्षा के पाठ्य़क्रम की जानकारी दी जाएगी कि विद्यार्थियों को फलां अवधि में क्या पढ़ाया जाएगा। हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिंक्त मुख्य सचिव के अनुसार 30 अगस्त तक स्कूलों में सुबह प्रार्थना सभा के दौरान स्वच्छता तथा देश की एकता व अखंडता की शपथ भी दिलवाई जाएगी।