फरीदाबाद। पूजा तिवारी मामले में पुलिस आरोपी से खास कुछ नही उगवला पाई है। अब यह जांच फॉरेंसिक पर निर्भर करती है। फॉरसिक जांच की रिर्पोट ही मामले का खुलासा करेगी। इंस्पेक्टर अमित जो काफी समय से पुलिस में कार्यरत्त है,उससे पुलिस विभाग सख्ती से पूछताछ नही कर पा रहा है। जिसकी वजह से जांच का कार्य लम्बित पडा हुआ है। अमित के बयान आपस में तालमेल नही बना पा रहे है। शुरूआती दौर में उसने दावा किया कि जब पूजा ने छलाग लगाई तो उसने उसका हाथ पकडा परन्तु वह फिसल कर नीचे गिर गई जबकि पुलिसिसा जांच में इस तरह की कोई बात दर्ज नही कराई गई थी। वही फांॅरेसिक साइंस लैब् मधुबन करनाल से घटनास्थल का मुआयना करने आए क्राइम सीन एक्सपर्ट विनोद कुमार ने भी माना कि यह छलाग लगा कर आत्महत्या का मामला दिखाई नही दे रहा है। डीसीपी एनआईटी का भी कहना था कि फॉरेसिक जांच के बाद ही कोई भी स्थिती स्पष्ट हो पायेगी।