फरीदाबाद । निजी क्षेत्र के तकनीकी कालजों द्वारा समाज के निर्धन व साधनहीन वर्ग की बेटियों को निशुल्क तकनीकी शिक्षा प्रदान करना सराहनीय कदम है जिसके फलस्वरूप सरकार द्वारा शुरू की गई बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम को सामाजिक सहयोग के बल पर आसानी से कामयाब बनाया जा सकता है।यह उद्गार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं मुहिम के सलाहकार डा0 योगेन्द्र मलिक ने आज यहां एनआईटी स्थित एक होटल के सभागार में एक निजी तकनीकी शिक्षण संस्थान की ओर से इसी स्कीम के तहत आयोजित प्रैस कान्फ्रैंस को सम्बोधित करते हुए प्रकट किए।इस अवसर पर हरियाणा सरकार की मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, युवा भाजपा नेता अमन गोयल, आयोजक संस्थान के चेयरमैन ओम कथूरिया, वाईस चेयरमैन तरूण बांगा, रजिस्ट्रार आर.पी. आर्या व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमरीक सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे। डा0 मलिक ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम का शुभारम्भ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के जिला पानीपत से किया था। इसके फलस्वरूप मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में लिंगानुपात में सुधार आया है और फरीदाबाद में यह 900 से ऊपर पहुंच गया है। उन्होंनें कहा कि महिलाओं का सामाजिक सशक्तिकरण-आर्थिक सशक्तिकरण से अधिक महत्वपूर्ण है। जिस प्रकार 1000 सीट क्षमता वाले इस संस्थान ने अपने यहां हर वर्ष 100 छात्राओं को देश भर से साथ जोड़ कर निशुल्क तकनीकी शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है उसी प्रकार अन्य कालेजों को भी आगे आना चाहिए। सीमा त्रिखा ने कहा कि बेटी का मान-सम्मान करना पूरे समाज का नैतिक कत्र्तव्य है। समाज के सक्षम व समृद्ध वर्ग के सभी लोगों को बेटियों की शिक्षा, सम्मान व उत्थान के लिए आगे आकर योगदान देना चाहिए। आयोजक शिक्षण संस्थान के सीईओ अमरीक सिंह ने मुख्य अतिथि व विशिष्ठ अतिथयों का स्वागत व आभार प्रकट किया। इस अवसर पर संस्था के कई अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।