फरीदाबाद। एक निजी होटल में पत्रकारों के साथ कार्यक्रम में पूर्व केबिनट मंत्री एसी चौधरी ने माना कि कांग्रेस पार्टी से नाराज होकर उन्होने इनेलो प्रत्याक्षी का समर्थन किया था परन्तु वह कभी भी इनेलों पार्टी में अधिकारिक तौर पर शामिल नही हुए थे। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी की अनदेखी के चलते वह पार्टी से खफा हो गए थे क्योकि पार्टी लगातार उनकी उपेक्षा कर रही थी। पंजाबी बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद भी उन्हे बडख़ल विधानसभा क्षेत्र से टिकट ना देकर अन्य क्षेत्र से टिकट थमा दिया। जिसके चलते उन्होने पार्टी को सबक सिखाने के लिए अन्य पार्टी के प्रत्याशी को अपन समर्थन दे दिया। उन्होने माना कि यह बगावत उनकी सबसे बडी भूल थी। इसलिए उन्होने कांग्रेस छोडने की बजाए घर रहने में ही समझदारी समझी। उनका दावा था कि उनकी नाजागी को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को उनके पास भेजा था। बाकी अपने पुुत्र विनय चौधरी को आगामी पार्षद चुनाव में लडवाने की मंशा भी उन्हे जाहिर कर दी।