फरीदाबाद। एसआरएस गु्रप के मालिक सहित अन्य पर विभिन्न धाराओं के तहत पंजीकृत मुकदमा सीधे तौर पर लेनेदने से जोड कर देखा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नही होगी क्योकि पूर्व में भी एसआरएस के मालिक पर इस तरह के एक मामलें में उनका नाम नामजब्द किया जा चुका हैं। रूपयें लेकर उस पर ब्याज देना एसआरएस गु्रप की काफी समय से पॉलिसी चली आ रही हैं। बकायदा इसके लिए ब्याज की रकम भी निर्धारित की गई थी परन्तु काफी समय से एसआरएस गु्रप की आर्थिक स्थिती काफी बदतर हो चुकी थी और गु्रप के पास अपने ब्याजदारों को रकम देने के लिए रूपयें एकत्रित करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा था। इतना ही नही निवेशकों के साथ भी गु्रप का काफी समय से चला आ रहे विवाद का पटाक्षेप नही हो पा रहा था। ब्याजधारकों को उनकी मूल रकम लौटाने का गु्रप ने एक नायाब तरीक इजाद करते हुए उन्हे एसआरएस ग्रुप के द्वारा बनाए जा रहे फ्लैट देने की पेशकश कर दी परन्तु धारकों ने इसे एकसिरे खारिज कर दिया क्योकि वास्तिवक मूल्य से कमंतर फ्लैट की कीमत आंकी गई थी परन्तु एसआरएस गु्रप भी अपनी बात पर अडा रहा और नतीजन सभी ब्याजधारकों को मूल सहित ब्याज की रकम अभी भी गु्रप के पास अटकी हुई हैं। अभी हालफिलहाल हुई घटना में दी गई तहरीर के मुताबिक एक होटल के मालिक दिनेश मक्क्ड ने सीधे तौर पर एसआरएस गु्रप के चेयरमैन अनिल जिंदल सहित छह लोगों के खिलाफ पैंसों के एक लेनदेन में मुकदमा पंजीकृत करवाया हैँ। जिसमें आरोप लगाया गया है कि मालिक अनिल जिंदल और महेश दीक्षित ने उनके साझेदारा के कनपट्टी पर पिस्तौल रख कर उन्हे जान से मारने की धमकी दी थी और सोने का बिसलेट सहित सोने की चैन और पर्स में रखे लगभग 40 हजार और सांझेदार से 45 हजार रूपये नगद छीन लिए। साथ ही उनका आरोप था कि पिटाई के डर से कोई भी तकादा नही करता है उन्हे भय है कि कही एसआरएस गु्रप के मालिक उनके लिए जान का खतरा ना बन जाए।