फरीदाबाद(राजनीतिक समीक्षा)। बदलाव रैली पूर्णरूप से असफल हो गई। रैली कर कांग्रेस पार्टी आलाकमान को अपना दम दिखा कर लोकसभा का सबसे बडा दावेदार प्रमाणित करने वाले युवा कांग्रेसी नेता मनमोहन भडाना बुरी तरह असफल हो गए है। इस रैली के बाद मनमोहन भडाना के राजनीतिक कैरियर पर प्रश्रचिन्ह लग गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुकी बदलाव रैली से जहां सभी कांग्रेसी दिग्गज नेताओं ने दूरिया ही नही बनाई रखी थी, बल्कि साधारण कार्यकत्ताओं भी नदारत थे। असफल होने का सबसे बडा प्रमाण यह था कि प्रदेश के अध्यक्ष ने भी रैली को समय ही नही दिया जबकि पोस्टर पर उनका फोटो अंकित था। आयोजक द्वारा बदलाव रैली के असफल ना होने के प्रमाण के तौर पर इसका दोष कुदरत को बताया जा सकता है। बारिश के होने के बाद रैली में अफरातफरी का माहौल बन गया था पर बारिश इतनी भी त्रीव नही थी कि वहा रूका ना सके। इसे सदेंश के तौर पर अगर देखा जाए तो यदि वाकई पार्टी के कार्यकत्ता वहा मौजूद होते तो इस बदलावा रैली को अपना पूर्ण देते और वही पर रूक युवा नेता मनमोहन भडाना की हौसला अफजाई करते। सूत्र यह भी बताते है कि वहा जितनी भी भीड थी वो पार्टी कार्यकत्ताओं की नही बल्कि एकत्रित की हुई थी जिनका पार्टी से कोई ताल्लुकात नही था। चर्चा यह भी है कि मनमोहन भडाना जिस तरह से पॅराशूट से उतकर अपना आगामी लोकसभा के उम्मीदवार का दावा ठोक रहे है उसे लेकर कार्यकत्ताओं में रोष जरूर था । इस बात का आभास पार्टी के आलाकमान को भी था यही वजह है कि मौजूज नेताओं ने कार्यक्रम से दूरिया बना कर रखी। इसलिए बदलाव रैली पार्टी की रैली ना होकर आयोजक की अपनी व्यक्तिगत रैली बन कर रह गई।