फरीदाबाद। मैं चाहता हूँ कि फरीदाबाद के युवा वकील पूर्व रूप से कानूनी जानकारी हासिल कर बेधड़क होकर अपनी प्रैक्टिस करें। ये कहना है फरीदाबाद बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने बुधवार को फिर सैकड़ों युवा वकीलों को कई तरह की क़ानून से सम्बंधित किताबों का वितरण किया। वकील पाराशर ने कहा कि दो हफ्ते पहले उन्होंने लगभग 800 वकीलों को कानूनी किताबें मुफ्त में दी थीं और बुधवार भी लगभग 450 युवा वकीलों को एडवोकेट एक्ट, भारतीय संविधान, करप्शन ऐक्ट की किताबें और पेन डायरी का वितरण किया। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के युवा वकीलों के लिए मैं कई तरह की सुविधाओं का प्रयास कर रहा हूँ जिनमे नया चैंबर और उन्हें सम्मान भत्ता दिलवाना प्रमुख है। उन्होंने फिर कहा कि मुझे कोई चुनाव नहीं लड़ना है मैं सिर्फ युवा वकीलों की सेवा कर रहा हूँ उन्हें इस लायक बना रहा हूँ कि वो अच्छी तरह से वकालत कर अपने परिवार का पेट पाल सकें। उन्होंने कहा की फरीदाबाद की अदालत में तमाम ऐसे युवा वकील हैं जो अपना जेब खर्च भी नहीं निकाल पाते इसलिए मैं चाहता हूँ कि इन्हे और काबिल बना सकूं। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि मैंने सरकार से इनके लिए दस हजार रूपये प्रतिमाह भत्ते की मांग की है। पुस्तक वितरण में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेते हुए फरीदाबाद बार एसोशिएशन के अध्यक्ष विवेक उर्फ़ बॉबी रावत ने वकील एल एन पाराशर की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सेवा देखते हुए शहर के अन्य वकीलों को भी ऐसी सेवायें करनी चाहिए ताकि शहर के युवा वकील अपने काम में और निपुण हो सकें। इस मौके पर, लोकेश पाराशर, हितेश पाराशर, संजीव तंवर, कुलदीप नागर, दीपक, राजेश बैसला, दीपक, बृजमोहन वकील आदि मौजूद रहे।