फरीदाबाद ।हरियाणा सरकार के बड़े बड़े दावों की तहसीलों में धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष वकील एल एन पाराशर ने सोमवार एवं मंगलवार फरीदाबाद की दो तहसीलों में छापा मार बड़ा खुलासा किया। वकील पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद की तहसीलों में रिश्वतखोरी जारी है। उन्होंने बताया कि मंगलवार मैंने बड़खल तहसील का दौरा किया। वहाँ मैंने तहसील के ड्राफ्मैन को कई रजिस्ट्रियों के साथ देखा तो मैंने उससे पूंछा कि इतनी रजिस्ट्री आपके पास कहाँ से आईं और वो लोग कहाँ हैं जिनकी ये रजिस्ट्रियां हैं तो ड्राफ्टमैन सकपका कर बहाने बनाने लगा। उसने बताया कि ये लोग तीन बजे के बाद आएंगे जिनकी ये रजिस्ट्रियां हैं। वकील पाराशर ने बताया कि उसकी घबराहट देख मैं समझ गया कि वो कुछ गड़बड़झाला कर रहा है। मैंने पुलिस को फोन मिलाया और उसके बाद ड्राफ्टमैन मेरे पैरों पर गिर पड़ा, दोनों हाँथ जोड़ते हुए गिड़गिड़ाने लगा कि मुझे माफ़ कर दो मैंने गलती की है। उसने कबूला की प्रति रजिस्ट्री 150 रूपये के बजाय उसने दो-दो हजार रूपये लिए हैं। वकील पाराशर ने बताया कि बड़खल तहसील में बड़ी रिश्वतखोरी जारी है। उन्होंने कहा कि मैंने लगातार दुसरे दिन यहां का दौरा किया और दोनों दिन तहसीलदार गायब मिला, रजिस्ट्रियां हो रहीं थीं। पहले दिन बताया गया कि चार्ज नायब तहसीलदार के पास है लेकिन नायब तहसीलदार भी वहाँ नहीं मिला। वकील पाराशर ने बताया कि बिना तहसीलदार की सहमति के ये रिश्वतखोरी नहीं चल सकती। वकील पाराशर ने कहा कि सोमवार ख़ुफ़िया कैमरे में तहसीलदार ने गड़बड़झाले का कबूलनामा किया था और मंगलवार ड्राफ्टमैन कैमरे के सामने रिश्वत लेने की बात कबूल रहा है। दोनों वीडियो मैं हरियाणा के सीएम तक पहुंचा रहा हूँ और मांग कर रहा हूँ कि सरकार रिश्वतखोर तहसीलदारों और उनके रिश्वतखोर अन्य अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड कर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजे।