नयी दिल्ली। जब जेएनयू विवाद में घिरे छात्रसंघ नेता कन्हैया कुमार ने भाषण में ये कहा कि कश्मीर में सेना के जवान औरतों का रेप करते हैं तो देशभर में उनके इस बयान का विरोध हुआ। सैनिकों का सम्मान हर देशवासी करता है। उनके समर्पण के लिए लोग उनके आभारी होते है, लेकिन जब ये रक्षक भक्षक बन जाए तो उससे बड़ी त्रासदी और कुछ नहीं हो सकती है। रूस मिलिट्री क्यों कर रही है डॉल्फिंस की भर्ती?
दक्षिण सूडान को लेकर ऐसा ही सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खुलासा संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के जरिए हुआ है। यूएन की इस रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण सूडान में सेना से जुड़े लड़ाकों को वेतन के बदले महिलाओं का रेप की इजाजत दी जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक सूडान के यूनिटी राज्य में पिछले साल 1,300 महिलाओं का रेप किया गया। जो सेना के लड़ाकों के द्वारा किया गया। 40 रुपए की पेंशन के लिए 40 साल तक सेना के जवान को लड़ना पड़ा इस रिपोर्ट को लेकर पूरे विश्व में चिंता जताई जा रही है। यूएन ने अपनी रिपोर्ट में दक्षिण सूडान में महिलाओं की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि यहां सेना आम लोगों की हत्याएं करती है तो महिलाओं के साथ बलात्कार करती है। ये स्थिति युद्ध के बराबर है। वहां लड़कों की भर्ती इस शर्त पर होती है कि उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा बल्कि पेमेंट के बदले उन्हें महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप करने की इजाजत दी जाती है। जानिए उस इंस्टीट्यूट के बारे में जहां तैयार होते हैं देश के जाबांज
इसके साथ ही लड़ाके लोगों की संपत्ति लूट ससते हैं तो उनके मवेशी और निजी संपत्ति भी लूट कर ले जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयुक्त जैद राद अल हुसैन ने इसे दुनिया के सबसे जघन्य मानवाधिकारों का हनन बताया है। आपको बता दें कि दक्षिणी सूडान में दिसंबर 2013 से गृह युद्ध चल रहा है।