फरीदाबाद । फरीदाबाद पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे ने पृथला की आईएमटी स्थित धरने पर बैठक पांच गावों के किसानों अपना समर्थन देते हुए कहा है कि सरकार का बजट एक छलावा है। अन्ना हजारें ने किसानों की हालत मदारी और बंदर जैसी बताई है। वहीं उन्होंने कहा है आगामी 23 मार्च से वे दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की समस्याओं को लेकर अपने धरने की शुरूआत करेगें उनहोंने किसानों से ज्याादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने की अपील भी की है। आईएमटी के किसान पिछले डेढ माह से बढे हुए मुआवजे, उनके बच्चों को कंपनियों में नौकरी देने व प्लाटों के आवंटन को लेकर धरने पर बैठे हुए है जिसके चलते उन्होंने आज समाजसेवी अन्ना हजारे को अपने धरने पर बुलाया था। अन्ना हजारे का यहां पहुचंने पर ग्रामीणों पगडी व शॉल भेंट कर जोरदार स्वागत किया। वहीं पूरे जनसभा स्थल को तिरगें से सजाया गया था। अन्ना हजारे ने अपने संबोधन में मौजूदा सरकार पर जमकर वार किए ओर कहा कि वे सोए हुए मालिकों को जगाने आए हैं। क्योंकि घर का मालिक जब सोता है तो चोरी हो जाती है यही हाल हमारे देशवासियों का है कि वे अपने हकों को लेकर सोए हुए हुए और राजनेता मौज मार रहे हैं। उनहोंने उदाहरण देते हुए कहा कि मदारी माल खा रहा है और हम बंदर की तरह नाच रहे हैं। सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने चुनाव से पहले किए गए एक भी वादे को तीन साल बाद भी पूरा नहीं किया है उन वादों में से एक स्वामीनाथन आयोग की रिर्पोट भी शामिल है जिसको लागू करने की बात कही गई थी। इसके अलावा ना तो खातों में 15 लाख रूपये आए और लोकपाल बिल को कमजोर करने के लिए एक ऐसे कानून को एक ही दिन में पास कर दिया गया। उन्होंने किसानें अपना पूर्ण समर्थन देने की बात भी कही। वहीं फरीदाबाद किसानों की बीच पहुंचे अन्ना हजारे ने किसानो को समर्थन भी दिया लेकिन ये समझ नहीं आया कि हजारे किसानों को समर्थन देने पहुचें थे या फिर आगामी 23 मार्च को दिल्ली में होने वाले धरने के लिए समर्थन लेने पहुंचे थे।