Faridabad( standard news/manoj bhardwaj)…श्रावण मास में फ़रीदाबाद में ऑर्ट आफ लिविंग संस्था द्वारा 3 july से 7 aug तक विभिन्न स्थानों पर रूद्र पूजा का आयोजन किया गया पूजा संयोजिका राजबाला व प्रशिक्षक छाया,सिम्मी,अमिता,सूजता,राजीव वर्मा,अनुराधा,सुनिता का विशेष सहेजोगी रहा । रूद्र पूजा के लिए ब्रह्मचारी विधुत बंगलोर आश्रम से ख़ासताैर से पूजा के लिए आये । उनके साथ आए वेदाचार्य ने वैदिक मंत्रोचारन के साथ शिव आराधना की । श्रावण मास में रूद्र पूजा के विशेष महत्व होता हे और बताया श्रावण शब्द ‘श्रवण’ से जिसका मतलब हे सुनना । इन दिनों में प्राचीन पद्दति थी कि जब सब लोग इकट्ठा हो कर प्रवचन व मंत्र सुनते थे जिसका सम्बंध सावन महीने से है शिव जी मनुष्य नहीं थे वह एक तत्व है जो हर जगह पर है पंचमहाभूत तत्व जैसे अग्नि, जल , आकाश , पृथ्वी , एवं वायु । और हम उसी से है साँस वायु तत्व ,मन आकाश तत्व और जिससे हम सब काम कर सकते है वह अग्नि तत्व हे उन्होंने बताया कि पूजा के दोरान दूध ,जल एक बूँद चढाते हे खड़ा नहीं । पूजा भगवान के साथ एक क्रीड़ा हे पूजा में हम अपने अन्दर दिव्यता आह्वान व आमंत्रण करके उसे मूर्ति व शिवलिंग में स्थापित करते हे इस अवसर पर भजन गायक निलिमा,रोहिना, सोमिया ने भजन से उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को अनंदित किया । रूद्र पूजा से आसपास सभी नकारात्मक ऊर्जाए सकारात्मक ऊर्जा में बदल जाती हे वेदों में इस पूजा को बड़ा महत्व बताया हे और प्राचीन क।ल से ही यह पूजा होती रही हे यह सभी बुराइयों को हटाती हे।