फरीदाबाद। बादशाह खान अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में ब्लड की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से शहीद भगत सिंह सेवा सदन रजि. द्वारा एन.एच.-1 स्थित श्री शक्ति सेवा दल कार्यालय में एक निशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की विशेषता यह रही कि इसमें युवाओं के साथ-साथ महिलाओं ने भी बढ़चढक़र हिस्सा लेते हुए रक्तदान किया। शिविर में मुख्य रुप से बडखल की विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा व महापौर सुमन बाला ने पहुंचकर रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई की वहीं आईएमए के पूर्व प्रधान डा. सुरेश अरोड़ा, पूर्व एसीपी दर्शनलाल मलिक व आरटीआई कार्यकर्ता वरुण श्योकंद ने रक्तदाताओं को रक्तदान से होने वाले फायदों के बारे में बताया। शिविर का संचालन शहीद भगत सिंह सेवा सदन के अध्यक्ष सलीम अहमद व उनकी टीम द्वारा किया गया। इस मौके पर रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाते हुए विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि संसार में रक्तदान करना सबसे पुण्य का कार्य है और किसी भी व्यक्ति द्वारा दान किया गया रक्त जरुरत पडऩे पर किसी अन्य मनुष्य की जिंदगी बचा सकता है इसलिए हमें निस्वार्थ भावना से कार्य करते हुए इस नेक कार्य में बढ़चढक़र हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने शहीद भगत सिंह सेवा सदन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था पिछले कई वर्षाे से रक्तदान शिविर लगाकर समाजसेवा का कार्य कर रही है और अब जब बीके अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्त की कमी चल रही है, ऐसे में इन युवाओं का यह कदम बेहतर सराहनीय है, जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। शिविर में विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, महापौर सुमन बाला, डा. सुरेश अरोड़ा, पूर्व एसीपी दर्शनलाल मलिक आदि ने रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और भविष्य में भी उन्हें इसी प्रकार जनसेवा की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। शिविर में करीब 99 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। शिविर को सफल बनाने में श्री शक्ति सेवा दल के प्रधान मोहनलाल अरोड़ा, उपप्रधान ओमप्रकाश छाबड़ा, महासचिव कुलदीप भाटिया, युवा सेवा मंडल की तरफ से प्रधान कालू चौधरी, उपप्रधान अमित भाटिया, हन्नी ने भरपूर सहयोग किया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष मुकेश कपूर, शिवम पांडे, मोहम्मद इरफान, सुनील जुनेजा, मनोज अलोहिया, रविकांत भाटिया, जैनुअल हक, शारिक अहमद, रमेश छाबड़ा, मेहरबान, भुवनेश्वर शर्मा, शेखर, अवध किशोर, साहब खान, नंदू पांडे, दुर्गा, मोहम्मद अमर, अब्बास अली, मुकेश कुमार, आशीष पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, जमीर खान के अलावा शहीद भगत सिंह सेवा सदन के अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।