फरीदाबाद। हरियाणा अभिभावक एकता मंच द्वारा सीबीएसई चैयरमैन को फरीदाबाद व गुडगाँव के 11 प्राइवेट स्कूलों की भेजी गयी शिकायत पर कार्यवाही करते हुए डायरेक्टर एफिलियेसन ने एपीजे स्कूल मैनेजमेंट को कारण बताओ नोटिस भेज कर इन्क्वायरी कमेटी द्वारा पकड़ी गयी मनमानियों पर जवाब तलब करते हए 10 दिन में अपना पक्ष रखने को कहा है। ऐसा न होने पर स्कूल की सीबीएसई की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। मंच के प्रदेश अघ्यक्ष अधिवक्ता ओ पी शर्मा व प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने प्रेस को जारी ब्यान में बताया कि मंच की प्रदेश कमेटी ने फरीदाबाद व गुडगाँव के 11 प्राइवेट स्कूलों द्वारा सीबीएसई के नियमो का उलंघन करके किये जा रहे शिक्षा के व्यापारीकरण की जांच करने की मांग सीबीएसई चैयरमैन से की थी, जिस पर सज्ञान लेते हुए, जनवरी 2015 में एक इन्क्वायरी कमेटी ने शहर के 4 नामी- गिरामी स्कूल एपीजे , मोडर्न , एमवीएन सेक्टर – 17 , व अरावली हिल्स स्कूलों के आय-व्यय व सीबीएसई के नियमो के उलंघन की जाँच कराई थी जिसमे काफी अनिमियताए मिली थी और ऑडिट रिपोर्ट में लगातार तीन साल सरप्लस फण्ड भी मिला था उसके बाबजूद इन स्कूलों ने फीस बड़ाई । मंच का कहना है की इन स्कूलों के दबाव में इंकवायरी रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। मंच की ओर से जून 2016 में सीबीएसई में आरटीआई लगाकर उपरोक्त चारो स्कूलों की इन्क्वायरी रिपोर्ट मांगी गई तब जाकर सीबीएसई का एफिलियेसन विभाग हरकत में आया है और उसने एपीजे स्कूल मैनेजमेंट को कारण बताओ नोटिस नंबर ष्टक्चस्श्व/्रस्नस्न/530008 /2016 /109913 दिनांक 15-07-2016 भेजकर इन्क्वायरी रिपोर्ट में पाई गयी मनमानी पर उसका पक्ष मांगा है। मंच के चैयरमैन ने सीबीएसई से अन्य तीन स्कूलों की इन्क्वायरी रिपोर्ट पर भी कार्यवाही की मांग की है। सीबीएसई स्कूल मैनेजमेंट को कारण बताओ नोटिस भेज कर 10 दिन में अपना पक्ष भेजने को कहा