फरीदाबाद। चंडीगढ़ बैठक में कांग्रेस के 17 में 14 विधायकों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर व विधायक दल की नेता किरण चौधरी को पदों से हटाने की मांग की थी। इससे पार्टी में विवाद चरम पर पहुंच गया है। इसी विवाद को चलते तंवर और किरण गुट के समर्थक पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस की इंदिरा गांधी शताब्दी समिति के प्रवक्ता विकास चौधरी के निवास पर बैठक की और विधायकों के खिलाफ ¨नदा प्रस्ताव पारित किया। बैठक में तंवर और किरण चौधरी को उनके पदों से हटाने की मांग को बेतुका बताया। बैठक में उपस्थित कांग्रेसियों ने संयुक्त रूप से कहा कि विधायकों ने पार्टी विरोधी कार्य किया है। अगर विधायकों को कोई बात करनी थी तो वे पार्टी के प्रदेश प्रभारी व आलाकमान के समक्ष रख सकते थे। इनका कहना था कि इस प्रकार प्रेस के माध्यम से वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ तंज कसना पूरी तरह से अनुशासनहीनता दर्शाता है। यह कार्य पार्टी आलाकमान पर दबाव डालने की राजनीति है। कांग्रेसियों ने कहा कि तंवर एवं विधायक दल की नेता किरण चौधरी को पार्टी ने जिम्मेदारी दी थी। इन दोनों नेताओं ने सदैव अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए प्रदेश व जिलास्तर पर संगठन को मजबूत करने का कार्य किया है। बैठक में प्रदेश महासचिव राजकुमार तेवतिया, राजेंद्र शर्मा, प्रदेश सचिव महेंद्र शर्मा, वरिष्ठ नेता एस.एल. शर्मा, प्रदेश सचिव सुमित गौड़, दिनेश चंदीला, ललित भड़ाना, जिला पंचायती राज के प्रधान डॉ. धर्मदेव आर्य, प्रदेश सचिव सत्यवीर डागर, किरण गोदारा, इंदिरा गांधी शताब्दी कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी, इंटक के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानचंद आहुजा, सत्यनारायण, गजेंद्र ¨सह, अनीशपाल, युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष नरेश गोदारा, महिला सैल की प्रदेश महासचिव शालिनी मेहता, महिला ¨वग की जिलाध्यक्ष खुशबू खान, यूथ कांग्रेस के सचिव मोनू ढिल्लो, संजय सैफी, ओबीसी सैल के बाबूराम, धर्मबीर पारसवाल, दयाकिशन मौजूद थे।