फरीदाबाद। झारखंड का एक गिरोह महिला थाने के हत्थे चढ गया। लड़कियों की तस्करी करने वाला यह गिरोह काफी दिनों से एनसीआर में सक्रिय था। महिला थाने ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक अन्य महिला सहित दो पुरूष अभी भी फरार है। लड़कियों ने दुष्कर्म का आरोप भी लगाया है,जिस पर पुलिस ने मानव तस्करी के अलावा पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मुकदजा पंजीकृत किया है। डीसीपी सैंट्रल भूपेंन्द्र ङ्क्षसह ने बताया कि छानबीन में पाया गया है कि लड़कियों को दिल्ली-एनसीआर में घरों में घरेलू सहायिकाओं के तौर पर रखा जाता था। उन्हे दिया जाने वाला वेतन आरोपी रख लेते थे। उन्होने बताया कि 28 जनवरी को चाइल्ड सहायक नम्बर पर मिली सूचना के आधार पर धीरज नगर से झारखंड निवासी एक किशोरी को पुलिस ने छुडाया था। किशोरी ने पुलिस को बताया कि सुरेन्द्र उस को दो साल पहले झारखंड से लाया था और यह मणि नामक व्यक्ति को बेच दिया। दोनो ने मिलकर उसका सामूहिक दुष्कर्म भी किया था। लडकी के बयान के आधार पर पुलिस ने गहनता से छानबीन शुरू की और लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का भड़ाफोड हो गया। पकडे गए आरोपियों की पहचान गांव कुसुम जिला गोड्डा झारखंड निवासी सुरेन्द्र मालतो और गांव मोती जिला साहिबगंज झारखंड अरूण के रूप में हुई है। वही फरार आरोपियों की पहचान धीरज नगर सेक्टर-31 निवासी मणि और उसकी पत्नी एनिमा मिश्रा के रूप में हुई है।