हरियाणा सरकार ने मंगलवार को गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम और मेवात जिले का नाम बदलकर नूंह करने का फैसला किया है. 1.7 मिलियन(17 लाख) की जनसंख्या वाला गुड़गांव एक फाइनेंशियल और इंडस्ट्रियल हब के तौर पर उबर रहा है. गुरुग्राम इस शहर का ऐतिहासिक नाम बताया जा रहा है.
लोगों की मांग के बाद फैसला
हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम करने का फैसला कई मौकों पर उठी मांग के आधार पर लिया गया है कि इसका नाम गुरुग्राम किया जाना सही होगा.’
इतिहास के आधार पर रखा नाम
प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘हरियाणा भागवत गीता की ऐतिहासिक भूमि है और गुड़गांव शिक्षा का केंद्र रहा था. इसे गुरु द्रोणाचार्या के समय से गुड़गांव के नाम से जाना जाता है. गुड़गांव शिक्षा का बेहतरीन केंद्र था, जहां राजाओं को शिक्षा दी जाती थी. इसलिए इस इलाके के लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे कि गुड़गांव का नाम गुरुग्राम किया जाए.’
गुड़गांव के विकास की कहानी 1970 के दशक में शुरू हुई थी, जब मारुति सुजुकी ने यहां अपना प्लांट बनाया था. आज यहां करीब 500 कंपनियां खड़ी हैं.
मेवात पहले गुड़गांव जिले का हिस्सा हुआ करता था. नूंह भी इस जिले का पुराना नाम है.