फरीदाबाद /-अरावली बचाओ अभियान में जुटी संस्थाओं को उस समय बड़ी राहत मिली, जब जिले के उपायुक्त यशपाल यादव ने अरावली क्षेत्र में बनाए जा रहे अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने के आदेश दिए। श्री यादव ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के सभी बड़े विभागों को अवैध निर्माणों पर कार्रवाई में शामिल होने का निर्देश दिया है। उपायुक्त ने इसके लिए नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर प्रशांत कुमार को डयूटी मजिस्टे्रट नियुक्त किया है। उपायुक्त यशपाल यादव के आदेश अनुसार अरावली क्षेत्र में अवैध निर्माणों पर यह कार्रवाई वीरवार यानि कि 16 जनवरी को की जानी है। इस अभियान में नगर निगम , जिला वन विभाग, एचएसवीपी, पुलिस विभाग एवं तीनों एसडीएम को शामिल किया है। श्री यादव ने अपने आदेश में कहा है कि अनखीर सूरजकुंड रोड पर जितने भी अवैध निर्माण व अतिक्रमण हैं, उन्हें तत्काल रूप से हटा दिया जाए। माना जा रहा है कि उपायुक्त की इस बड़ी कार्रवाई से जहां अरावली बचाओ अभियान में जुटे पर्यावरणविदों की मुहिम को बल मिलेगा, वहीं अवैध निर्माण के खेल में लगे माफियाओं के हौंसले पस्त होंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले कई सालों से अरावली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर माफियाओं ने अवैध रूप से फार्म हाऊस व मैरिज गार्डन बनाने का खेल चलाया हुआ है। रातों रात माफिया अरावली क्षेत्र में पत्थर तोडऩे के लिए प्रतिबंधित बारूद से ब्लास्ट करते हैं और देखते ही देखते वहां फार्म हाऊस व मैरिज गार्डन खड़े कर देते हैं। अरावली क्षेत्र के अनखीर रकबे के सूरजकुंड रोड पर अवैध रूप से तमाम मैरिज गार्डन व फार्म हाऊस बना दिए गए हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि माफियाओं के इस खेल में वन विभाग व पुलिस महकमे की भी भागेदारी रहती है ? तभी तो रात को माफिया जब बारूद से पत्थर उड़ाते हैं, तब वहां देखने वाला कोई नहीं होता। तमाम शिकायतों के बावजूद माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हां यह जरूर है कि जब प्रेशर होता है तो पुलिस व वन विभाग दिखावे के लिए मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई करते हैं।
सूरजकुंड के अलावा अनंगपुर एरिया में भी यह खेल धड़ल्ले से चल रहा है। नगर निगम प्रशासन ने इस क्षेत्र में काफी समय से करीब 140 अवैध फार्म हाऊस चिहिंत किए हुए हैं, मगर उन पर कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इसी प्रकार से गुरूग्राम- फरीदाबाद रोड पर स्थित मांगर क्षेत्र भी माफियाओं के निशाने पर होने की वजह से तेजी से बर्बादी की ओर अग्रसर है। हैरत की बात तो यह है कि जिस वन विभाग पर अरावली बचाने की जिम्मेदारी है, उसी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी वहां जमीन खरीद रहे हैं। इससे साबित होता है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अरावली कितनी सुरक्षित है। मौजूदा जिला वन अधिकारी सुरेश कुमार पूनिया ने अपनी पत्नी प्रिया पूनिया के नाम पर मांगर क्षेत्र में ना केवल पौने एकड़ जमीन खरीदी है, बल्कि वहां की रजिस्ट्री भी करवा ली। पंरतु जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने अब अरावली बचाने की मुहिम में अपना योगदान देते हुए अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने का आदेश देकर माफियाओं में हडकंप मचा दिया है। देखना अब यह है कि उपायुक्त यादव की यह कार्रवाई निकट भविष्य में क्या रंग लाती है