एक गम्भीर रूप से घायल दो अन्य को लगी चोटे
दिल्ली क्राइम का रिर्पोटर बताकर धमकाया
फरीदाबाद। सिविल अस्पताल में रविवार को वार्ड में जबरन घुसने को लेकर हुए झगडे में एक महिला ने दबगई कर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट कर उन पर जानलेवा हमला बोल दिया। पुलिस ने हमलावार महिला को हिरासत में लेकर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उसे डयूटी मैजिस्टै्रट के समक्ष पेश कर दिया। जहां से उसे जमानत दे दी गई हैं। हंालाकि आरोपी महिला का इस घटनाक्रम को लेकर कुछ और ही कहना हैं। मामला यह हैं कि सिविल अस्पताल के प्रसूति विभाग में दो महिला सुरक्षाकर्मी ललिता और ऊषा दोपहर की डयूटी में तैनात थी। इस दौरान वार्ड में सफाई को लेकर महिला सुरक्षाकर्मियों ने वहा एकत्रित भीड को बाहर भेज दिया। आरोप हैं कि संजय कालोनी निवासी आशा तंवर नें दबगई कर जबरन दरवाजा खुलवा कर अंदर आने की कोशिश करने लगी जिसे लेकर तैनात महिला सुरक्षाकर्मियों ने उसे आने से मना कर दिया। मना करने के बाद आरोपी आशा तंवर ने रौब गाठते हुए पहले तो उसने अपने आप को अपराध शाखा का अधिकारी बता कर उन्हे डराने का भरसक प्रयास किया तथा बाद में दिल्ली क्राइम का रिर्पोटर बताकर देख लेने की धमकी भी दी। परन्तु उसके बावजूद भी जब सुरक्षाकर्मियो ने उसे आने से मना कर दिया तो वह उनसे भीड गई। इसी बीच बचाव करने आई चर्तुथ श्रेणी की कर्मी सीमा के सिर पर डंडा मार कर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया। हंगामा सुनकर वहा भीड इकठ्ठा हो गई और बीच-बचाव कर इस बाबत तुरंत अस्पताल परिसर स्थित पुलिस गार्द को सूचित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुच गई तथा आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत कर डयूटी मैजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर दिया । जहां से उसे जमानत दे दी गई हैं। वही आरोपी आशा तंवर का कहना हैं कि जब महिला सुरक्षाकर्मियों ने लोगो को अंदर आने के लिए दरवाजा खोला तो किसी ने उनको धक्का दे दिया जिसकी वजह से वह एक सुरक्षाकर्मी के उपर गिर गई। गिरने की वजह से उस सुरक्षाकर्मी का कमीज का बटन टूट गया और गुस्साई सुरक्षाकर्मी ने उस पर हमला कर दिया। इसलिए अपनी सुरक्षा को लेकर उन्होने सिर्फ जवाबी कार्रवाही की थी।