Manoj Bhardwaj
फरीदाबाद। अपने माता पिता से बिछड़ी 14 वर्षीय रूकसाना को चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी के चेयरमैन एच.एस. मलिक के अथक प्रयास से माता पिता से मिलाने और बच्ची को उन्हें सौंपने की क्षेत्र में भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है। सीडब्ल्यूसी ने रूकसाना के मिलते ही उसके माता-पिता से बंगाल में संपर्क कर आज उनकी बेटी को उन्हें सौंप दिया। समाचार के अनुसार अपने मां बाप से बिछडक़र 4 मई को रूकसाना जीआरपी पुलिस को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर मिली थी। एएसआई सुदेश कुमारी ने लडक़ी को सीडब्ल्यूसी कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जहां कमेटी ने उन्हें तिगांव के एक आश्रय स्थल में भेजकर उसे उसके माता-पिता से मिलाने की मुहिम तेज कर दी। कमेटी के चेयरमैन एचएस मलिक ने बताया कि रूकसाना ने अपनी कहानी में बताया कि वह अपने माता पिता के साथ जा रही थी कि वह उनसे बिछड़ गई और अकेली पाकर उसे एक महिला मिली जिसने अपना नाम शैफाली बताया। दो चार दिन रखने के बाद उसे एक बुजुर्ग के हाथ बेचने की कहानी रची। यह बात लडक़ी को पता चलते ही वह उसके घर से भाग आई और रेलवे स्टेशन पर आ पहुंची। जहां रुकसाना जीआरपी पुलिस को मिली। मलिक ने बताया कि लडक़ी हिंदी और अंग्रेजी न समझने के कारण उन्होंने बंगाली भाषा के द्विभाषिय के द्वारा लडक़ी के माता-पिता का पता लडक़ी से पूछा और स्वयं सीडब्ल्यूसी कमेटी ने माता-पिता से संपर्क कर उन्हें बुलाया। लडक़ी के पिता जिला दुबराजपुर बंगाल निवासी अमित शाह ने बताया कि उन्हें अपनी लडक़ी के मिलने की आस नहीं थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी ने लडक़ी से मिलाकर बहुत बड़ा सामाजिक कार्य किया है और उनके कंधे का वजन हलका कर दिया। इस अवसर पर कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे।