Faridabad(Standard News on lin news portal/Manoj Bhardwaj) दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण एक गंभीर समस्या है। मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्चएंडस्टडीजके फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंगएंडटेकनॉलोजी के सिविल इंजीनियरिंगविभाग की ओर सेकैंपस के अंदर और बाहर की हवा की गुणवत्ता जानने के लिए एयर क्वालिटीमॉनिटरिंगलैब की शुरुआत की गई है। आपको बता दें, इस तरह के लैब देश में चार जगह स्थित है, जिनमें से एक MRIIRS है. मानव रचना कैंपस में ये लैबIIT कानपुर, IIT दिल्ली, PRL अहमदाबाद और PSIस्विटजरलैंड के सहयोग से शुरू की गई है। इस लैबको स्थापित करने के लिए सरकार के विज्ञान एवं तकनीक विभाग ने भी मदद की है। लैब में कुल 17 उपकरण हैं जिनमें से 2 उपकरण सिर्फ मानव रचना कैंपस में अनन्य हैं। इन दो उपकरणों का नाम है HIGH RESOLUTION TIME OF FLIGHT AEROSOL MASS SPECTOMETER (HR-ToF-MS) और PROTON TRANSFER REACTION- TIME OF FLIGHT MASS SPECTROMETER ( PRT-ToF-MS)। इन दो उपकरणों से वायुमंडल में एरोसोल और अणुओंकी पहचान करने में मदद मिलेगी। इन उपकरणों से छोटे से छोटे एरोसोल्स आसानी से मापे जा सकेंगे। इस लैब का उद्घाटन मानव रचना शैक्षिक संस्थानों के प्रधान डॉ. प्रशांत भल्ला ने किया। इस मौके पर MRIIRS के वाइस-चांसलरडॉ. एनसीवाधवा, डीन डॉ. आईकेकिलाम, ईडीडॉ. कृष्ण कांत, FET के डीन वीकेमाहना और तमाम डिपार्टमेंट्स के हेड और फैकल्टीमेंबर मौजूद रहे। गौर करने की बात है कि, इस लैब का काम दिसंबर के दूसरे हफ्ते में MRIIRS, IIT DELHI, INDIAN INSTITUTE OF TROPICAL METEROLOGY, राजिंदर नगर दिल्ली और हिसार में शुरू हुआ था।