फरीदाबाद। चिकित्सा क्षेत्र में अग्रणीय मेट्रो अस्पताल के सुप्रसिद्ध हड्डी एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विशेषज्ञ डा. सुजॉय भट्टाचार्य को सर्बिया देश ने 6 महीने की सर्जरी करने का सर्टिफिकेट दिया है, जिसके अंतर्गत वह सर्बिया और बैलग्रेड के यूनिवर्सिटी अस्पताल में सर्जरी कर पाएंगे। डा. सुजॉय द्वारा गत 19 सितंबर को नोवी सेड यूनिवर्सिटी अस्पताल में दो आप्रेशन भी किए गए थे, जिन्हें वहां के स्वास्थ्य मंत्री सहित सैकड़ों लोगों ने लाईव देखा था। डा. सुजॉय भट्टाचार्य की तकनीक तथा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के क्षेत्र में उनकी कुशलता को वहां के डाक्टरों एवं नागरिकों द्वारा काफी सराहना गया। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह फरीदाबाद के पहले चिकित्सक है, जिन्हें विदेशों में आप्रेशन करने की अनुमति मिली है। इसके अलावा सर्बिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्हें वरिष्ठ फेकल्टी के रुप में आमंत्रित किया गया। पूर्वी यूरोप का यह एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन था, जिसमें इटली, स्पेन, हंगरी, स्लावोनिया, मोंटेनेग्रो और जर्मनी से वरिष्ठ डाक्टरों ने हिस्सा लिया। नीलम-बाटा रोड स्थित होटल डिलाईट में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डा. सुजॉय ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में भारत पूरे विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है, पहले जहां विदेशों से डाक्टरों को यहां बुलाया जाता था और यहां के डाक्टर उनसे सर्जरी के बारे में जानकारी लेते थे परंतु अब भारत के डाक्टर विदेशों में जाकर वहां के डाक्टरों को जानकारी देते है और यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि 20 सालों के अनुभव के दौरान वह अब तक करीब 10 हजार सर्जरीं कर चुके है, जिनमें 7 हजार सर्जरियां घुटने बदलने की थी। एक सर्जरी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में रहने वाली 104 वर्षीय महिला का उन्होंने कूल्हे का आप्रेशन किया था, जबकि उनके दोनों घुटने पूरी तरह से ठीक थे और आगे भी कई सालों तक उनके घुटनों में दिक्कत आने की संभावना कम थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ते घुटनों की दिक्कतों का मुख्य कारण गलत खानपान, बढ़ता वजन व लोगों का जागरुक ना होना है। उन्होंने बताया कि घुटनों को दुरुस्त रखने के लिए प्रतिदिन तीन से चार किलोमीटर पैदल चलना चाहिए और बढ़ती उम्र के पड़ाव के दौरान समय-समय पर अपनी डाक्टरी जांच करवानी चाहिए। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मेट्रो अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डा. नीरज जैन ने डा. सुजॉय की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि डा. सुजॉय अब विदेशों में भी लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर नेविगेशन के क्षेत्र में भी डा. सुजॉय दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा सर्जरी कर चुके है, उससे उनकी कार्य कुशलता एवं ख्याति विदेशों तक फैल चुकी है। मालूम हो कि डा. सुजॉय कई अंतर्राष्ट्रीय डाक्टरों एवं सर्जनों के साथ जुड़े है, जिसमें वह एक दूसरे के साथ तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान करते रहते हैं। यह डाक्टर एवं सर्जन अमेरिका, जर्मनी, यू.के. एवं आस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख देशों से है। इस अवसर पर मेडिकल सुपरीडेंट डा. सीमा महेंद्रा, जनरल मैनेजर योगेश शर्मा सहित उनकी टीम के सभी सदस्य मौजूद थे।